शराब बनाने वाली ओडिशा की एक कंपनी के समूह से जुड़े विभिन्न स्थानों पर आयकर विभाग की छापेमारी लगातार छठे दिन सोमवार को भी जारी रही और अब तक कुल 353 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद की गई है. देशभर में किसी जांच एजेंसी द्वारा महज एक कार्रवाई के तहत बरामद की गई यह अब तक कि सर्वाधिक धनराशि है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. आयकर विभाग के अधिकारी बौध जिले में कांग्रेस सांसद के परिवार के स्वामित्व वाली ‘बौध डिस्टिलरीज की सुदापाड़ा इकाई में पहुंचे, जहां केंद्रीय एजेंसी ने छह दिसंबर को अपना तलाशी अभियान शुरू किया था.
अधिकारियों ने बताया कि संबलपुर, टिटलागढ़, सुंदरगढ़, बोलांगीर और भुवनेश्वर में भी छापेमारी की गई. उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी पेशेवरों के साथ आयकर विभाग की टीम ने रविवार रात को जब्त नकदी की गिनती पूरी कर ली और अब बरामद दस्तावेजों पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘353 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी की गिनती की गई और इसे रविवार रात तक जब्त कर लिया गया. देश में यह किसी भी जांच एजेंसी द्वारा महज एक कार्रवाई के तहत बरामद की गई अब तक कि सर्वाधिक धन राशि है.''
ओडिशा में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) और राज्य सरकार पर हमला तेज कर दिया और उन पर राज्य में अवैध शराब के व्यापार को बढ़ावा देने और काले धन का प्रसार करने का आरोप लगाया.
भाजपा की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘ओडिशा सरकार की आबकारी नीति राज्य में शराब माफिया के फलने-फूलने के लिए जिम्मेदार है. सरकार शराब कारोबारी को अनुचित लाभ पहुंचा रही है और बीजद उस काले धन से चुनाव लड़ रही है.''
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