जाति-आधारित अत्याचार पर लगाम लगाए ओडिशा सरकार: रामदास आठवले

राज्यमंत्री आठवले ने कहा, ओडिशा में 2020-21 के दौरान अनुसूचित जाति या जनजाति से संबंध रखने वाले व्यक्तियों के खिलाफ अपराध के 2,828 मामले दर्ज किए गए

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केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले (फाइल फोटो).
भुवनेश्वर:

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने ओडिशा सरकार (Odisha government) से राज्य में दलितों और आदिवासियों पर होने वाले कथित अत्याचार से निपटने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया. केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री आठवले ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ओडिशा में 2020-21 के दौरान अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से संबंध रखने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध अपराध के 2,828 मामले दर्ज किए गए.

उन्होंने कहा कि उससे एक साल पहले ऐसे मामलों की संख्या 2,768 रही. आठवले ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''मैं ओडिशा सरकार से अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति से संबंध रखने वाले लोगों पर होने वाले अत्याचार से निपटने के लिए कदम उठाने का आग्रह करता हूं.''

आठवले ने सरकारी अधिकारियों के साथ हुई बैठक में राज्य में सामाजिक न्याय मंत्रालय की योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की. मंत्री ने रेखांकित किया कि समाज को एकजुट करने व भेदभाव समाप्त करने के लिए अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है.

राज्य में 2021-22 में 2,428 अंतरजातीय विवाह हुए, जबकि उसके पिछले वित्त वर्ष में ऐसे 1,847 विवाह हुए थे. उन्होंने सुझाव दिया कि प्रशासन अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए नौकरी योजना पेश कर सकता है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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