ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJP) ने शनिवार को झारसुगुड़ा उपचुनाव में शानदार जीत दर्ज की. बीजद को उपचुनाव में यह जीत ऐसे समय मिली है जब अगले साल राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव होने हैं.
मुख्यमंत्री पटनायक की लोकप्रियता और सहानुभूति लहर के कारण बीजेडी उम्मीदवार दीपाली दास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टंकधर त्रिपाठी को 48,721 मतों से हराया. दास ने अपने पिता एवं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रहे नब किशोर दास को 2019 में मिले मतों से लगभग तीन हजार अधिक वोट हासिल किए. नब किशोर दास की हत्या के कारण झारसुगुड़ा सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था.
क्षेत्रीय दल बीजेडी ने 2019 के चुनावों के बाद राज्य में हुए सात उपचुनावों में से छह में जीत हासिल की है. उसे केवल धामनगर में हार का सामना करना पड़ा था जब भाजपा ने पिछले साल नवंबर में सीट बरकरार रखी थी.
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दास को कुल 1,07,198 मत मिले, जो कुल पड़े वोट का 60.93 प्रतिशत है. वहीं त्रिपाठी को 58,477 मत (33.24 प्रतिशत) मिले. आयोग ने कहा कि वहीं कांग्रेस उम्मीदवार तरुण पांडेय 4,496 मतों (2.56 प्रतिशत) के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
चुनाव मैदान में उतरे छह अन्य उम्मीदवारों को नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) के 2,074 मतों से बहुत कम वोट मिले.
मुख्यमंत्री एवं बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक ने दीपाली दास से बात की और उन्हें जीत की बधाई दी. दीपाली दास ने पटनायक को उनके लिए प्रचार करने के लिए धन्यवाद दिया. जीत के बाद दास ने कहा, ‘‘हालांकि मैंने अपने पिता को खो दिया, लेकिन मुझे नवीन पटनायक जी से पिता जैसा आशीर्वाद और समर्थन मिला.''
नब किशोर दास की जनवरी में एक पुलिस अधिकारी द्वारा कथित तौर पर हत्या कर देने से इस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था. नब किशोर दास ने 2019 के आम चुनावों में यह सीट 45,740 मतों के अंतर से जीती थी.