नई दिल्ली. उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड जारी है. हालांकि, गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में धूप खिली, लेकिन मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अभी उत्तर भारत के लोगों को ठंड की पीक से गुजरना बाकी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली ने पिछले 23 वर्षों में तीसरी सबसे भीषण ठंड का सामना किया है. अब एक मौसम विशेषज्ञ ने भविष्यवाणी की है कि अगले सप्ताह मैदानी इलाकों में तापमान -4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.
लाइव वेदर ऑफ इंडिया के संस्थापक नवदीप दहिया ने ट्वीट कर बताया कि उत्तर भारत में 14 से 19 जनवरी के बीच कड़ाके की ठंड पड़ सकती है और 16 से 18 जनवरी के बीच इसके चरम पर रहने की संभावना है. जहां राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश से कुछ दिनों के लिए बर्फीले तापमान से कुछ राहत मिल सकती है. वहीं, आईएमडी ने कहा है कि दिल्ली और इसके पड़ोसी राज्यों में शनिवार से शीतलहर की स्थिति बनने की संभावना है.
वेदरमैन ने चेतावनी दी कि तीन दिनों के बाद मौसम में कुछ बदलाव हो सकते हैं. कोहरा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने अधिकतम तापमान के 10 डिग्री से नीचे जाने और "ठंडी सुबह" या "कोल्डब्लास्ट" दिनों की चेतावनी दी. नवदीप दहिया ने कहा कि मैंने करियर में अब तक भविष्यवाणी मॉडल में कभी भी तापमान इतना कम नहीं देखा. मैदानी इलाकों में तापमान -4 डिग्री से 2 डिग्री वाह!
इधर आईएमडी ने कहा है कि दिल्ली में इस हफ्ते हल्की बारिश हो सकती है. पिछले कई हफ्तों से हाड़ कंपा देने वाली रातों के बाद, आईएमडी ने भी इस सप्ताह उत्तर पश्चिमी भारत के निवासियों के लिए भीषण ठंड से केवल अस्थायी राहत की भविष्यवाणी की थी.