जिस श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) ने नोएडा की एक महिला से बदसलूकी की थी और धमकाया था उसके भाजपा के साथ कथित संबंधों की चर्चा फिर होने लगी है. पुलिस ने कहा कि त्यागी ने खुद को भाजपा के एक सदस्य के रूप में पेश किया था, जो कि पार्टी के उच्च पदाधिकारियों से जुड़ा था. अब इस बात की जांच की जा रही है कि उसने गौतमबुद्धनगर में रहते हुए अपनी कार के लिए विधायक का स्टीकर कैसे हासिल किया, सत्ता के साथ उसके कैसे संबंध बने और गाजियाबाद पुलिस से सुरक्षा जैसे अप्रत्याशित लाभ उसने कैसे हासिल किए.
भाजपा ने इस बात से इनकार किया है कि श्रीकांत त्यागी पार्टी का सदस्य था. पूछताछ के दौरान, पुलिस ने कहा कि श्रीकांत त्यागी ने दावा किया कि उसके भाजपा विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ घनिष्ठ संबंध थे. मौर्य जनवरी में उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे.
उसके पास से नोएडा पुलिस ने जो वाहन बरामद किया उस पर भाजपा का झंडा और विधायक का स्टीकर लगा हुआ था. उसके करीबी सहयोगी के पास से बरामद एक वाहन में "भाजपा युवा मोर्चा" का स्टीकर और पार्टी के झंडे थे.
नोएडा के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने कहा, "श्रीकांत त्यागी के एक वाहन पर 'विधायक' का स्टीकर लगा है. उसका कहना है कि यह स्टीकर उन्हें उसके पुराने राजनीतिक सहयोगी स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था. हम इस जानकारी की पुष्टि कर रहे हैं."
श्रीकांत त्यागी और उसकी पत्नी को भी एक साल से अधिक समय तक गाजियाबाद पुलिस से सुरक्षा मिली थी. साल 2019 में दंपति को उनके जीवन के लिए खतरा होने का दावा करने के बाद सात बंदूकधारी सुरक्षा कर्मी दिए गए थे.
गाजियाबाद पुलिस अब सवालों के घेरे में है कि नोएडा का निवासी त्यागी, जो कि अपराधी था, उसके साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया गया. यूपी पुलिस ने पाया है कि वह एक सीरियल अपराधी था और उसके खिलाफ हत्या के प्रयास और जबरन वसूली जैसे आरोपों के तहत नौ मामले दर्ज किए गए थे.
सिंह ने कहा, "उसे गाजियाबाद से पुलिस सुरक्षा मिली थी. इसके लिए वर्तमान में एक उच्च स्तरीय जांच चल रही है."
श्रीकांत त्यागी के सोशल मीडिया एकाउंट और उसके पास मौजूद कुछ आधिकारिक दस्तावेजों में उसका नाम बीजेपी कार्यकर्ता बताया जा रहा है. उसके ट्विटर बायो ने उसे भाजपा के किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य लिखा गया है. उसके सोशल मीडिया पेजों पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ उसकी कई तस्वीरें हैं.
स्थानीय भाजपा इकाई ने उसेके साथ किसी भी तरह के संबंध से दृढ़ता से इनकार किया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, गौतमबुद्ध नगर के भाजपा सांसद महेश शर्मा ने कहा, "मैंने उसे अपनी पार्टी के किसी भी मंच या कार्यक्रम पर कभी नहीं देखा. इन दिनों, लोग किसी भी तरह से तस्वीरें खींच सकते हैं. लेकिन यह किसी भी पार्टी के साथ उसके संबंध का संकेत नहीं देता है."
पुलिस ने कहा कि श्रीकांत त्यागी ने कारों की विशेष नंबर प्लेटों के लिए भी बड़ी मात्रा में पैसा खर्च किया. और यह सभी अपनी रौब जमाने वाली छवि बनाने के लिए किया.
नोएडा के पुलिस प्रमुख ने कहा, "उसके पास से मिले वाहनों का एक खास नंबर - 001 है. उसने प्रत्येक नंबर प्लेट के लिए बोली लगाई. उसे 1.1 लाख रुपये से कम में कोई नंबर प्लेट नहीं मिली. उसने लोगों को डराने के लिए इस तरह की चीजों का इस्तेमाल किया."
त्यागी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज मेरठ से गिरफ्तार किया.
महिला से बदतमीजी करने के आरोप में श्रीकांत त्यागी मेरठ से गिरफ़्तार