गाजियाबाद के बाद अब नोएडा में पालतू जानवर के काटने का मामला सामने आए हैं. ये घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. ये सेक्टर 75 एपेक्स एथेना सोसाइटी का मामला है. पालतू कुत्ते ने लिफ्ट में युवक को निशाना बनाया. सीसीटीवी में दिख रहा है कि युवक लिफ्ट में जा रहा था तो उस समय लिफ्ट में पालतू कुत्ते के साथ एक लड़का भी मौजूद था. युवक पहले से ही कुत्ते से डिस्टेंस बनाकर खड़ा था. जैसे ही लड़का उतरने लगा तो कुत्ते ने युवक को काट लिया. दहशत में युवक बुरी तरह गिर गया. कुत्ते के मालिक को अपने पालतू जानवर को नियंत्रित करने और लिफ्ट से बाहर खींचने की कोशिश करते देखा जा सकता है. बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में तो आधा दर्जन से ज्यादा लोग कुत्ते के हमलों का शिकार हो चुके हैं. यहां आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर है कि शाम ढलते ही लोग घरों से निकलना बंद कर देते हैं. बच्चे खेलने के लिए भी नहीं जा पा रहे हैं. उनके मां-बाप उन्हें बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं और वे अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं. ग्रेटर नोएडा वेस्ट निवासी मनीष कुमार का कहना है कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी अथॉरिटी, बिल्डर, और जो मेंटेनेंस एजेंसी है उस से भी बात की गई है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकाल पाया है.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इकोविलेज, स्टेलर जीवन, लारेजिडेसिया, पामओलंपिया, गौर सिटी समेत ग्रेनो के अल्फा, बीटा, गामा, सिग्मा, सेक्टर-36, 37 डेल्टा, स्वणनगरी समेत अन्य सेक्टरों में लगातार लोग कुत्तों के आतंक से खौफजदा है. लोगों का आरोप है कि कुत्तों का स्वभाव ही बदल गया है. लोगों को देखते हुए कुत्ते काटने को दौड़ उठते है। गौर सिटी के रेजिडेंस तो कुत्तों की समस्या को लेकर कैंडल मार्च तक निकल चुके है.
इससे पहले राजनगर एक्सटेंशन की चार्म्स कैसल सोसायटी की लिफ्ट में बच्चे पर पालतू कुत्ते के हमले का मामला सामने आया था. सोमवार शाम हुई इस घटना का पता चलने पर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी ने मंगलवार को कुत्ते की मालिक पूनम चंदोक को जुर्माने का नोटिस जारी किया था. जुर्माना जमा न करने पर निगम कुत्ते को जब्त कर लेगा.
घटना का वायरल हुए वीडियो के आधार पर पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज सिंह ने टीम को सोसायटी में निरीक्षण के लिए भेजा था. टीम को जानकारी मिली कि बच्चे को काटने वाले कुत्ते का पंजीकरण नगर निगम में नहीं कराया गया है. निगम के अधिकारियों का कहना है कि इससे पहले भी कुत्ते का पंजीकरण न कराने पर लोगों को जुर्माने के नोटिस जारी किए गए हैं लेकिन 5 हजार रुपये शुल्क निर्धारित होने के बाद यह पहला नोटिस है. दो महीने पहले निगम ने रजिस्ट्रेशन की राशि घटाकर महज 200 रुपये कर दी थी. विलंब शुल्क भी 500 से घटाकर 100 रुपये प्रति माह कर दिया था. इसके बाद भी लोग पालतू कुत्तों का पंजीकरण कराने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे. बगैर पंजीकरण के कुत्ता मिलने पर जुर्माना पांच हजार रुपये है.