टोल प्लाजा का झंझट खत्म, जीपीएस से कट जाएगा टोल, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिए बड़े संकेत

नितिन गडकरी ने कहा- नंबर प्लेट में एक कम्प्यूटरीकृत प्रणाली होगी जिसके द्वारा कोई भी नए सॉफ्टवेयर का उपयोग करके टोल एकत्र कर सकते हैं

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:

सरकार देश में टोल प्लाजा में बदलाव के लिए नई तकनीकों पर विचार कर रही है. नई प्रणाली अगले छह महीनों में पेश की जाएगी. परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राज्यसभा में यह जानकारी दी. राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए, परिवहन मंत्री ने कहा कि टोल प्लाजा ने ट्रैफिक जाम और लंबी कतार जैसी कई समस्याएं पैदा की हैं, जिन्हें सरकार समाप्त करना चाहती है. गडकरी एक ही दिशा में 60 किलोमीटर के भीतर टोल प्लाजा कानून के अनुसार नहीं होने के मुद्दे पर सदस्यों के सवालों का जवाब दे रहे थे.

उन्होंने कहा कि सरकार अब दो विकल्प तलाश रही है- सैटेलाइट आधारित टोल सिस्टम में जहां एक कार में जीपीएस होगा और टोल सीधे यात्री के बैंक खाते से घटाया जाएगा, और दूसरा विकल्प नंबर प्लेट के जरिए है. उन्होंने कहा, 'हम सैटेलाइट का इस्तेमाल करते समय फास्टैग की जगह जीपीएस लगाने की प्रक्रिया में हैं, और इसके आधार पर हम टोल लेना चाहते हैं. नंबर प्लेट पर भी तकनीक उपलब्ध है और भारत में अच्छी तकनीक उपलब्ध है.'

गडकरी ने कहा कि "हम तकनीक का चयन करेंगे. हालांकि हमने आधिकारिक निर्णय नहीं लिया है, लेकिन मेरे विचार में नंबर प्लेट प्रौद्योगिकी पर कोई टोल प्लाजा नहीं होगा और एक परिष्कृत कम्प्यूटरीकृत डिजिटल प्रणाली होगी. इसके जरिए हम राहत दे सकते हैं. कोई कतार नहीं होगी और लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. ”

Advertisement

उन्होंने कहा कि, हालांकि इसके लिए हमें संसद में एक बिल लाने की जरूरत है क्योंकि अगर कोई टोल नहीं दे रहा है तो उन्हें दंडित करने के लिए अभी तक कोई कानून उपलब्ध नहीं है.

Advertisement

गडकरी ने कहा कि वे टोल वसूली के लिए सबसे अच्छी तकनीक का चयन करने की प्रक्रिया में हैं और संसद में एक महत्वपूर्ण कानून भी लाएंगे.

Advertisement

नई व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "छह महीने के भीतर मैं इसे शुरू करने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश करूंगा, क्योंकि यह समय की जरूरत है. यह देश के लोगों के लिए और यातायात की समस्या से छुटकारा पाने के लिए महत्वपूर्ण है." 

Advertisement

गडकरी ने कहा कि नई तकनीक के साथ नंबर प्लेट लाई गई है. वाहन निर्माता को नई नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है. इसमें एक कम्प्यूटरीकृत प्रणाली होगी जिसके द्वारा कोई भी नए सॉफ्टवेयर का उपयोग करके टोल एकत्र कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि टोल वाले राजमार्गों पर चलने वाली कार को सटीक समय के लिए टोल देना होगा और केवल उस समय का ही टोल खाते से घटाया जाएगा.

उन्होंने सदन को बताया कि, "जहां तक तकनीक के चयन का सवाल है, हमने अपना मन नहीं बनाया है. लेकिन जितनी जल्दी हो सके और एक महीने के भीतर हम तकनीक का चयन करेंगे और हम दुनिया की सभी परिष्कृत तकनीक का उपयोग करेंगे जो लोगों के लिए उपयोगी होगी. फिर न ही कोई कतार लगेगी और न ही यातायात की समस्या होगी." उन्होंने कहा, हम जल्द से जल्द टोल प्लाजा की समस्या का समाधान निकालेंगे.

गडकरी ने यह भी बताया कि फास्टैग की शुरुआत के बाद टोल राजस्व एक दिन में 120 करोड़ रुपये तक बढ़ गया है. उन्होंने कहा कि अब तक 5.56 करोड़ फास्टैग जारी किए जा चुके हैं और इसकी पहुंच 96.6 प्रतिशत है.

भारत ने 105 घंटे में 75 किमी लंबी सड़क बनाकर दिखाया दम, बनाया वर्ल्‍ड रिकॉर्ड

Featured Video Of The Day
PM Modi को मिला Kuwait का सर्वोच्च सम्मान, जानिए दोनों देशों के बीच क्या अहम समझौते हुए?