समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लगातार तीसरी बार सत्तारूढ़ होने पर तंज करते हुए मंगलवार को कहा कि बेशक नया मंत्रिमण्डल गठित कर लिया गया है, लेकिन इस सरकार के बनने से कोई भी खुश नहीं है.
अखिलेश यादव ने इटावा जिले के अपने पैतृक गांव सैफई में संवाददाताओं से बातचीत में केन्द्र में राजग की लगातार तीसरी बार सरकार बनने के सवाल पर कहा, ''बेशक राजग ने नये मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है लेकिन सरकार गठन से कोई खुश नहीं है.'' उन्होंने कहा, ''हर तरफ मायूसी सी साफ दिखाई दे देती है. चेहरों पर वह खुशियां नहीं हैं. सरकार के गठन से कोई खुश नहीं है. ना नेता खुश हैं, ना शपथ लेने वाले खुश हैं और न ही जनता खुश है.''
यादव ने कहा, ''आगे आने वाले समय में सब कुछ बदला दिखाई देगा.'' सपा प्रमुख ने कहा, ''इस लोकसभा चुनाव में हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने वालों को जनता ने करारा सबक सिखाया है. हमें यह नहीं भूलना है कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले के तहत दलित, पिछड़े, आदिवासी, गरीब, वंचित, अल्पसंख्यक, कामगारों, युवाओं और मेहनतकश लोगों ने एक साथ मिलकर संविधान बचाने का काम किया है. इन सभी को हमें साथ लेकर आगे चलना है.''
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में खाली पदों को भरे जाने के काम में तेजी लाये जाने पर यादव ने कहा, ''यह बहुत अच्छी बात है. अब बहुत जल्द ही अग्निवीर व्यवस्था भी खत्म होगी. दिल्ली में केन्द्र की सरकार भी यह फैसला लेगी कि जो सरकारी पद खाली हैं, उन पर जल्द ही युवाओं को भर्ती किया जाए.''
यादव ने कन्नौज से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद करहल सीट से विधानसभा सदस्यता छोड़ने के संकेत देते हुए मंगलवार को कहा कि वह बहुत जल्द विधानसभा को इसकी जानकारी दे देंगे.
सपा प्रमुख हालिया लोकसभा चुनाव में कन्नौज क्षेत्र से चुनाव जीते हैं. वह साल 2022 के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे. वह इस वक्त विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं.
यादव से पूछा गया कि कन्नौज से सांसद बनने के बाद वह कौन सी सीट छोड़ेंगे, तो उन्होंने कहा, ''करहल और मैनपुरी के कार्यकर्ताओं से बातचीत की है. उनसे कहा है कि अब जब मैं दो जगह से चुनाव जीत गया हूं तो एक सीट छोड़नी पड़ेगी. तो बहुत जल्द विधानसभा में हम अपनी जो सीट छोड़नी है उसकी जानकारी दे देंगे.''
सपा ने हाल में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए उत्तर प्रदेश की 80 में से 37 सीट पर जीत हासिल की है. वह लोकसभा में देश की तीसरी बड़ी पार्टी बनकर भी उभरी है.
सपा के मुख्य प्रवक्ता और राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी से जब शुक्रवार को सपा सांसदों की बैठक में अखिलेश यादव को संसदीय दल का नेता चुने जाने की बात पूछी गयी थी तो उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' से कहा था, ''अखिलेश यादव ही सपा संसदीय दल के नेता होंगे और यह स्पष्ट है, लेकिन संसदीय दल का नेता चुनने की औपचारिकता होती है और यह औपचारिकता दिल्ली में पूरी होगी.''
उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से अपनी सदस्यता से इस्तीफा देंगे.
लोकसभा चुनाव में सपा की कामयाबी के लिये जनता के प्रति विशेष आभार जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने कहा, ''2024 का चुनाव जनता के मुद्दों की जीत का चुनाव रहा है. मैं जनता को विशेष बधाई इसलिए देता हूं कि उन्होंने संविधान बचाने के लिए मतदान किया. संविधान बचाने के लिए घरों से निकलकर जो मतदाता आए, मैं उनका भी धन्यवाद और आभार प्रकट करता हूं.''
एक सवाल के जवाब में यादव ने कहा, ''बहुत जल्द जब सदन (लोकसभा सत्र) चलेगा तो जनता और संविधान के सवालों को रखा जाएगा. देश में तीसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी पहुंची है, तो जिम्मेदारी भी बढ़ी है.'
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