"आपकी पार्टी की हरकतों से कोई मूर्ख...": नये संसद भवन विवाद पर प्रह्लाद जोशी का जयराम रमेश को पलटवार

New Parliament House: कांग्रेस ने संसद के नए भवन के डिजाइन को लेकर शनिवार को सवाल खड़े करते हुए दावा किया था कि दोनों सदनों के बीच समन्वय खत्म हो गया है और इसमें घुटन महसूस होती है, जबकि पुराने भवन में खुलेपन का अहसास होता था.

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मोदी सरकार का नया संसद भवन बनवाना कांग्रेस को रास नहीं आ रहा : जोशी ने रमेश से कहा
नई दिल्‍ली:

नये संसद भवन (New Parliament House) को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने नजर आ रही है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) पर नये संसद भवन की आलोचना करके देश के लोगों का अपमान करने का रविवार को आरोप लगाया. जोशी ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, "जयराम रमेश, आपकी पार्टी की हरकतों से कोई मूर्ख बनने वाला नहीं है. आपको यह रास नहीं आ रहा है कि हमने अपना लोकतंत्र का मंदिर बनाया है. आपकी पार्टी को रिकॉर्ड समय में निर्मित विश्व स्तरीय वास्तुकला दिखाई दे रही है और शायद यह आपको याद दिला रही है कि आपकी पार्टी ने अपने शासन के इतने दशकों में भारत के लिए कुछ नहीं किया."

कांग्रेस ने संसद के नए भवन के डिजाइन को लेकर शनिवार को सवाल खड़े करते हुए दावा किया था कि दोनों सदनों के बीच समन्वय खत्म हो गया है और इसमें घुटन महसूस होती है, जबकि पुराने भवन में खुलेपन का अहसास होता था. जयराम रमेश ने कहा था, "इस इमारत को ‘मोदी मल्टीप्लेक्स' या ‘मोदी मैरियट' कहा जाना चाहिए. चार दिन में मैंने देखा कि दोनों सदनों के अंदर और लॉबी में बातचीत एवं संवाद ख़त्म हो गया है."

जयराम रमेश पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि विपक्षी दल को इस तरह अपनी ‘हताशा' निकालने के बजाय आत्ममंथन करना चाहिए. उन्होंने कहा, "शायद आपको इस तरह अपनी भड़ास नहीं निकालनी चाहिए और आत्ममंथन करें कि जनता आपको और आपकी तुच्छ राजनीति को क्यों नकारती रहती है."

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जोशी ने दावा किया कि रमेश ने खुद एक बार कहा था कि नये संसद भवन की सख्त जरूरत है, क्योंकि पुराना भवन काम करने लायक नहीं है और यह पुराना हो चुका है. उन्होंने कहा कि यहां तक कि लोकसभा की तत्कालीन अध्यक्ष मीरा कुमार ने वैकल्पिक परिसर का सुझाव देने के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति गठित करने की मंजूरी दी थी और कई अन्य सांसदों ने भी इसका समर्थन किया था.

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प्रह्लाद जोशी ने कहा, "यह भयानक है कि कैसे जयराम रमेश संसद के बारे में बात करके देश के लोगों का अपमान कर रहे हैं. नया, शानदार संसद भवन जो नए भारत की आकांक्षाओं का एक उपयुक्त प्रतीक है, विपक्ष की आंखों की किरकिरी क्यों है." जोशी ने पूछा कि आखिर आत्मनिर्भर भारत की सफलता इन लोगों को परेशान क्यों करती है...?

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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