गणतंत्र दिवस पर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलसाई सौंदरराजन ने गुरुवार को आज राजभवन से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और के. चंद्रशेखर राव (KCR) की सरकार द्वारा कथित रूप से सरकार द्वारा अनुमोदित भाषण के लिए राजभवन के 'कम्युनिकेशन' का जवाब नहीं देने के बाद अपना भाषण पढ़ा. सीएम केसीआर ने कार्यक्रम में शिरकत नहीं की. राज्य सरकार की ओर से मुख्य सचिव और पुलिस प्रमुख ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. सरकार की ओर से कहा गया था कि उसने कोविड प्रतिबंधों के कारण राज्यपाल के समारोहों को राजभवन तक सीमित कर दिया है इस बात से कोर्ट सहमत नहीं थीं.
तेलंगाना हाईकोर्ट ने बुधवार को आदेश दिया था कि राज्य सरकार द्वारा चुने गए स्थान पर गणतंत्र दिवस समारोह जनता की भागीदारी के साथ आयोजित किया जाए लेकिन भारत राष्ट्र समिति (BRS) सरकार, औपचारिक परेड और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ राजभवन परिसर में समारोह मनाने को लेकर अड़ी रही.राज्यपाल सौंदरराजन ने पुडुचेरी में कहा कि तेलंगाना हाईकोर्ट ने भी राज्य में गणतंत्र दिवस मनाने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार की 'कड़ी निंदा' की है. सौंदरराजन वर्तमान में पुडुचेरी में भी उप राज्यपाल की जिम्मेदारी संभाल रही हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने राज्यपाल के हवाले से कहा, " मैंने पुडुचेरी आने से पहले राजभवन में कुछ लोगों का सम्मान किया और राष्ट्रीय ध्वज फहराया." उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार ने गणतंत्र दिवस को आवश्यक महत्व नहीं दिया और इस अवसर पर कोई आधिकारिक समारोह आयोजित नहीं किया. पुडुचेरी की उप राज्यपाल के रूप में भी कामकाज देख रहीं सुंदराराजन ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) सरकार द्वारा परंपराओं के निर्वहन में उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इस पर चिंता जताई और कहा कि यह संविधान निर्माता डॉ बीआर आंबेडकर के विचारों के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि वह इस तरह के उल्लंघनों से तंग आ गई हैं. तेलंगाना के राजभवन और राज्य सरकार के बीच सामने आये गतिरोधों की पृष्ठभूमि में राज्यपाल ने कहा कि इस तरह के परिदृश्य से वह तेलुगू राज्य की जनता के कल्याण के लिए काम करने से नहीं रुकेंगी. उन्होंने यहां राजनिवास में आयोजित ‘एट होम' समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा कि बीआरएस सरकार ने कोई सरकारी समारोह आयोजित नहीं करके उल्लंघन किया है और इससे यह जरूरी हो जाता है कि राज्य का कोई नागरिक राहत पाने के लिए हाईकोर्ट का रुख करे. राज्यपाल सौंदरराजन ने कहा कि उन्होंने इस घटनाक्रम के बारे में केंद्र को पत्र लिखा है.उन्होंने कहा, ‘‘मैं तेलंगाना में हर महीने ऐसे अनेक घटनाक्रम पर केंद्र को रिपोर्ट भेजती रहती हूं.'' उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार को हैदराबाद में परेड ग्राउंड में समारोह आयोजित करना चाहिए था. उन्होंने कहा, ‘‘यह हास्यास्पद बात है कि सरकार ने मैदान में समारोह आयोजित नहीं करने के लिए कोरोना वायरस का हवाला दिया है लेकिन हाल में एक समारोह आयोजित किया गया था जिसमें पांच लाख से अधिक लोग मौजूद रहे.''(भाषा से भी इनपुट)
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