- एयर इंडिया ने अपने सभी बोइंग 787 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग सिस्टम की जांच की है और बताया है कि इनमें कोई समस्या नहीं पाई गई है.
- AAIB की रिपोर्ट में कहा गया कि क्रैश हुई एयर इंडिया की फ्लाइट के दोनों इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच टेक ऑफ के बाद बंद हो गए थे.
- एयर इंडिया ने DGCA के निर्देशों का पालन करते हुए अपने सभी बोइंग 787-8 विमानों में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल को अपडेट किया है, जिसमें FCS शामिल है.
एयर इंडिया की तरफ से अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट जो क्रैश हो गई थी, उसे लेकर एक बड़ी जानकारी दी गई है. एयर इंडिया ने कहा है कि वीकएंड में हमारी इंजीनियरिंग टीम ने हमारे सभी बोइंग 787 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (FCS) के लॉकिंग सिस्टम तंत्र का एहतियाती निरीक्षण शुरू किया. एयर इंडिया के अनुसार निरीक्षण पूरा हो गया है और कोई समस्या नहीं पाई गई है. इसके साथ ही एयर इंडिया ने सोमवार 14 जुलाई को जारी DGCA के निर्देशों का पालन किया है.
क्या है जांच रिपोर्ट में
अहमदाबाद में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की दुर्घटना के संबंध में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एआईआईबी) की रिपोर्ट में कहा गया था कि दोनों इंजनों के ईंधन कटऑफ स्विच, उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद, एक सेकंड के अंतराल पर एक के बाद एक, अनजाने में कटऑफ स्थिति में चले गए थे. बोइंग मेनटेंनेस कार्यक्रम के अनुसार, हमारे सभी बोइंग 787-8 विमानों में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) भी बदला गया है. FCS इसी मॉड्यूल का हिस्सा है. अधिकारी ने बताया कि इससे पहले एयर इंडिया एक्सप्रेस के लगभग पूरे बोइंग 737 मैक्स बेड़े की भी जांच की गई थी और कोई समस्या नहीं पाई गई.
AAIB की रिपोर्ट में स्विच का जिक्र
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान टेक ऑफ के कुछ सेकेंड्स बाद ही क्रैश हो गया था. इस हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई थी. एयर इंडिया के अधिकारी ने यह भी बताया कि बोइंग रखरखाव कार्यक्रम के अनुसार सभी बोइंग 787-8 विमानों में ‘थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल' अपनाया गया है. एफसीएस इसी मॉड्यूल का हिस्सा है. फ्यूल कंट्रोल स्विच प्लेन के इंजन में फ्यूल के फ्लो को कंट्रोल करता है. एएआईबी ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर शनिवार को अपनी शुरुआती जांच रिपोर्ट दी थी. एएआईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एयर इंडिया की उड़ान एआई-171 के दोनों इंजन में फ्यूल पहुंचाने वाले स्विच उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड में बंद हो गए थे जिससे वह तुरंत ही क्रैश हो गया था.