ओडिशा के मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले वी.के. पांडियन ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बीजू जनता दल (बीजद) (BJP-BJD Alliance) को एक-दूसरे की जरूरत नहीं है, लेकिन कुछ चीजें राजनीति से परे होती हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) "बड़े मकसद" के लिए एक साथ आना चाहते हैं. मंगलवार को नयी दिल्ली में एक मीडिया सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पटनायक और मोदी के बीच बेहद अच्छी मित्रता है.
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"नवीन पटनायक को गठबंधन की जरूरत नहीं"
पांडियन ने कहा, "कोई गठबंधन में शामिल होना चाहता है, क्योंकि वे राजनीतिक नक्शे पर अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं. यहां एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो राज्य में काफी लोकप्रिय हैं और उन्हें हर बार तीन-चौथाई बहुमत मिलता है. हाल ही पार्टी चिह्नों पर लड़े गए पंचायत चुनावों में उन्हें 90 प्रतिशत सीट मिलीं." उन्होंने कहा, "पांच फीसदी सीट के साथ भाजपा दूसरे नंबर पर रही इसलिए, नवीन पटनायक को लोगों की सेवा के लिए सत्ता में वापसी के खातिर गठबंधन की जरूरत नहीं है. मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में भी यही बात कहूंगा."
"कुछ चीजें राजनीति से परे"
बीजद नेता ने कहा, "कुछ चीजें राजनीति से परे भी होती हैं. मैं इसे बात इस तरह रखता हूं कि यह महान शासन कला का प्रतीक है. दो महान नेता बड़े मकसद के लिए एक साथ आना चाहते हैं.मुख्यमंत्री भी ऐसा ही सोचते हैं. बीजेडी या बीजेपी के लिए इसका कोई चुनावी मूल्य नहीं है." राज्य की 21 लोकसभा सीट और 147 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक साथ चुनाव से पहले राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी और मुख्य विपक्ष के बीच गठबंधन को लेकर कई हफ्तों से अटकलें लगाई जा रही हैं और इसी बीच पांडियन का यह बयान आया है.
बीजेपी और बीजेडी 1998 से 2009 तक गठबंधन में रहे. पिछले दशक से अधिक समय में बीजेपी ने राज्य में कांग्रेस को पूरी तरह खत्म कर दिया और मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी है.