कर्नाटक (Karnataka) में चर्च और ईसाई समुदाय पर हमले (Church Attacks) की खबरें आ रही हैं. इस बीच, बसवराज बोम्माई सरकार में कैबिनेट मंत्री और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम डॉक्टर अश्वथ नारायण सीएन ने मंगलवार को एनडीटीवी से कहा कि कर्नाटक में ईसाई समुदाय पर उनके धर्म के कारण कोई हमला नहीं हुआ है. अभियान खड़ा करने के लिए व्यक्तिगत रूप से इन हमलों को दूसरा मोड़ दिया जा रहा है. हालांकि, जब उन्हें यह बताया कि चर्च पर हमले हुए हैं और उसके वीडियो भी आए हैं तो उन्होंने कहा, "यह मनगढ़ंत हो सकता है यानी इसे तैयार किया जा सकता है."
सितंबर के बाद से, कैबिनेट के धर्मांतरण विरोधी विधेयक पर चर्चा शुरू करने के बाद से चर्चों और ईसाई समुदाय पर हमले बढ़ने की खबरें आ रही हैं. दक्षिणपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा कम से कम सात हमलों की खबरें आई हैं. धार्मिक किताबों को जलाने, भीड़ के चर्चों में घुसने और ईसाई समुदाय के लोगों पर हमले की घटनाएं हुई हैं.
डॉक्टर अश्वथ नारायण ने एनडीटीवी से कहा, "चर्चों पर हमला किया जा रहा है, यह "निराधार आरोप" है. उन्होंने कहा, "कर्नाटक सबसे ज्यादा शांतिपूर्ण राज्य है. चर्च या ईसाइयों पर हमला करने का कोई सवाल ही नहीं है. वे हमारे समाज का हिस्सा हैं."
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जब उन्हें बताया गया कि हमलों का शिकायत दर्ज की गई है, हमले के वीडियो हैं, तो उन्होंने कहा कि ऐसा व्यक्तिगत स्तर पर हो सकता है और इसे धार्मिक मोड़ नहीं दिया जा सकता है. उन्होंने कहा, "किसी धर्म के आधार पर निशाना बनाने का सवाल ही नहीं उठता है."
डॉक्टर अश्वथ नारायण ने दोहराया, "हो सकता है कि कुछ लोग धार्मिक रंग देने के लिए इस तरह की धारणा बना रहे हैं. कोई भी ऐसा कर सकता है... कुछ लोग निहित स्वार्थों के खातिर इस तरह का अभियान खड़ा कर रहे हैं."
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