बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के ऑफर को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि दो बार गलती हो गई. अब हम फिर पुराने साथी के साथ आ गए हैं. साथ ही उन्होंने प्रदेश में राजद शासन की याद दिलाई और जमकर हमला बोला. नीतीश कुमार रविवार को प्रगति यात्रा के दौरान मुजफ्फरपुर में 450 करोड़ की योजना का शिलान्यास करने के लिए पहुंचे थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन लोगों ने कोई काम नहीं किया. पहले शाम होते ही कोई घर से बाहर नहीं निकलता था. नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोगों ने अगड़े-पिछड़े, अति पिछड़े, पिछड़े, महिला, पुरुष, हिन्दू, मुस्लिम सभी के विकास के लिए काम किया.
महिलाओं के चेहरे पर आज खुशी है : नीतीश कुमार
यहां स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पहले महिलाओं के चेहरे पर इतनी खुशी नहीं थी, लेकिन आज इनके चेहरे पर खुशी है. उन्होंने कहा कि पहले हम लोगों ने इनका नाम 'जीविका' दिया तब केंद्र ने पूरे देश में 'आजीविका' नाम किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जब भी क्षेत्र में घूमते हैं इनसे मिलते हैं और जो भी कमी होती है, उनको सहायता दी जाती है. जब से हम सत्ता में आए हैं तब से इनको आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. इस बार भी घूम रहे हैं और जो कमी होगी वह पूरी की जाएगी.
नीतीश को लेकर क्या कहा था लालू यादव ने?
लालू प्रसाद ने एक टीवी चैनल से कहा था, “हमारे दरवाजे (नीतीश के लिए) खुले हैं. उन्हें भी अपने दरवाजे खोल देने चाहिए. इससे दोनों तरफ के लोगों की आवाजाही आसान हो जाएगी.”
प्रगति यात्रा के तहत जिलों के दौरे पर नीतीश कुमार
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार इन दिनों अपनी प्रगति यात्रा के क्रम में सभी जिलों का दौरा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा की शुरुआत पिछले साल 23 दिसंबर को पश्चिम चंपारण से की थी. छह जनवरी को वह वैशाली जिले का दौरा करेंगे जबकि सात जनवरी को सीवान और आठ जनवरी को सारण पहुंचेंगे.
इसके बाद 11 जनवरी को उनका कार्यक्रम दरभंगा जिले के लिए प्रस्तावित है तथा 12 जनवरी को मधुबनी और 13 जनवरी को समस्तीपुर जाने का कार्यक्रम है.