"जो पिछली सीट पर बैठते हैं, उन्हें लगता है सीट बेल्ट की जरूरत नहीं": नितिन गडकरी

उन्होंने कहा, "आम लोगों को तो छोड़िए. मैंने चार मुख्यमंत्रियों की कारों में यात्रा की, मुझसे उनका नाम मत पूछो. मैं आगे की सीट पर था और वे सभी पीछे की सीट पर थे लेकिन किसी ने बेल्ट नहीं पहना.

Advertisement
Read Time: 11 mins

नई दिल्ली:

टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री और उनके दोस्त की एक सड़क हादसे में मौत के बाद कार और सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े होने के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने का कोई भी प्रयास लोगों के सहयोग के बिना साकार नहीं होगा.

महाराष्ट्र के पालघर में रविवार को हुई एक कार दुर्घटना में 54 वर्षीय साइरस मिस्त्री और उनके दोस्त जहांगीर पंडोले की मृत्यु हो गई थी. वे सभी एक कार से अहमदाबाद से मुंबई जा रहे थे, लेकिन तेज गति में कार सड़क के डिवाइडर से टकरा गई. टाटा संस के पूर्व चेयरमैन पिछली सीट पर थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं पहनी थी. पीछे की सीट पर सवार मिस्त्री को दोस्त जहांगीर पंडोले की भी मौत हो गई.

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने IAA के ग्लोबल समिट में कहा, "लोग सोचते हैं कि पीछे बैठने वालों को सीट बेल्ट पहनने की जरूरत नहीं है. मैं किसी दुर्घटना पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन पीछे बैठे लोगों को लगता है कि केवल आगे बैठने वालों को ही बेल्ट पहननी चाहिए. फ्रंट-सीटर और बैक-सीटर दोनों को सीट बेल्ट पहनने की जरूरत है."

उन्होंने कहा कि यहां तक ​​कि मुख्यमंत्री गण भी कार सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करते. 

उन्होंने कहा, "आम लोगों को तो छोड़िए. मैंने चार मुख्यमंत्रियों की कारों में यात्रा की, मुझसे उनका नाम मत पूछो. मैं आगे की सीट पर था और वे सभी पीछे की सीट पर थे लेकिन किसी ने बेल्ट नहीं पहना. अगर आप बेल्ट नहीं पहनते हैं तो अलार्म बजता है लेकिन ड्राइवरों अलार्म बंद करने के लिए क्लिप लगा दिया था. यहां हमें सहयोग की जरूरत है. अगर मैं इसे चार मुख्यमंत्रियों की कारों में देखता हूं... मैं इस प्रथा को रोकने की कोशिश कर रहा हूं."

उन्होंने कहा कि प्रत्येक एयरबैग की कीमत केवल ₹900 ही अतिरिक्त पड़ेगी. उन्होंने कहा, "मैंने उद्योग जगत से कहा- लोग मर रहे हैं. मैं भी एक दुर्घटना का शिकार हो चुका हूं. सड़क सुरक्षा के संबंध में अंतरराष्ट्रीय मानक हैं - हम उनसे समझौता नहीं करेंगे. हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता जीवन बचाना है."

उन्होंने यह भी कहा कि उनका मंत्रालय कारों के लिए छह एयरबैग अनिवार्य करने की कोशिश कर रहा है.
भारतीय विनिर्माताओं के यह कहने पर कि छह एयरबैग सस्ती कारों की कीमत को बढ़ा देंगे और बिक्री कम कर देंगे, इस पर गडकरी ने कहा: "वे विदेशों में इसका पालन करते हैं. क्या भारत में गरीबों का जीवन कुछ भी नहीं है?"

Advertisement