केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उनके साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधान मंत्री, फूमी किशिदा और यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री, ऋषि सुनक और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो सहित जी20 के कई गणमान्य व्यक्ति हैं. नितिन गडकरी ने वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा कि राजघाट पर गांधीजी की विरासत का सम्मान: जहां विविधता शांति से मिलती है. गडकरी द्वारा साझा किए गए वीडियो में प्रधान मंत्री 'अंगवस्त्रम' देकर वैश्विक नेताओं का स्वागत करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो में पीएम मोदी को आश्रम के महत्व को समझाते हुए देखा जा सकता है और फिर वे गणमान्य व्यक्तियों को राजघाट के रास्ते से गांधी स्मारक की ओर ले जाते हैं.
महात्मा गाधी की स्मारक को ताजे फूलों से सजाया गया था और चारों ओर फूल लगाई गई थीं, जिनमें प्रत्येक देश का नाम जुड़ा हुआ था. इसके बाद जी20 नेताओं और पीएम ने गांधी को श्रद्धांजलि दी. जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो जैसे कुछ लोग बारिश के बावजूद नंगे पैर थे. बाद में पीएम मोदी ने गांधी की "सेवा, करुणा और अहिंसा के प्रतीक" के रूप में सराहना की और लिखा कि उनके "कालातीत आदर्श एक सामंजस्यपूर्ण, समावेशी और समृद्ध वैश्विक भविष्य के लिए हमारी सामूहिक दृष्टि का मार्गदर्शन करते हैं. पीएम मोदी ने 'लीडर्स लाउंज' में 'पीस वॉल' पर हस्ताक्षर करते नेताओं का एक और वीडियो भी साझा किया - और पोस्ट किया कि, "महात्मा गांधी के आदर्श विश्व स्तर पर गूंजते हैं."
"जैव ईंधन गठबंधन एक ऐतिहासिक उपलब्धि": NDTV से नितिन गडकरी
इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एनडीटीवी के साथ एक खास बातचीत में कहा कि विश्व प्रदूषण को कम करने और भारत को कार्बन-तटस्थ राष्ट्र बनाने में जैव ईंधन बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा कि वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में 18वें जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में लॉन्च किया. पीएम मोदी ने अन्य देशों से इस पहल में शामिल होने और पेट्रोल में 20 प्रतिशतइ इथेनॉल मिश्रण का वैश्विक लक्ष्य निर्धारित करने का आह्वान किया.
नितिन गडकरी ने कहा, "जैव ईंधन गठबंधन एक ऐतिहासिक घटना है, जो हमें विश्व प्रदूषण को बड़े पैमाने पर कम करने में मदद करेगी. पेट्रोल में इथेनॉल का उपयोग एक बड़ी उपलब्धि है, और यह किसानों के लिए विशेष रूप से सहायक होगा, जो अब अपनी अतिरिक्त फसल ईंधन स्टेशनों को बेच सकते हैं."
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