- ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड में पुलिस पति विपिन भाटी और उसके परिवार के खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है
- विपिन भाटी पर साल 2024 में छेड़छाड़ का मामला दर्ज होने के कारण उसके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की जांच हो रही है
- गांव के कुछ लोग सोशल मीडिया पर आरोपियों के समर्थन में उतरे हैं
ग्रेटर नोएडा का चर्चित निक्की हत्याकांड अब हर दिन नए मोड़ ले रहा है. इस मामले ने न केवल पूरे इलाके बल्कि सोशल मीडिया पर भी बहस छेड़ दी है. पुलिस जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. एक तरफ पुलिस पति विपिन भाटी और उसके परिवार के खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है, तो दूसरी ओर गांव के कुछ लोग आरोपियों के समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं. कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं जिनमें ग्रामीण आरोपी पक्ष की मदद की मांग कर रहे हैं, जबकि निक्की का परिवार इसे दहेज हत्या और घरेलू हिंसा का मामला बता रहा है.
अब पुलिस रिकॉर्ड ने यह भी खुलासा हुआ है कि विपिन का नाम पहले भी विवादों में रह चुका है. जानकारी के अनुसार, साल 2024 में एक युवती ने विपिन के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था.
पति विपिन के पुराने रिकॉर्ड पर उठे सवाल
ताजा जानकारी के मुताबिक, निक्की के पति विपिन भाटी पर पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं. पुलिस रिकॉर्ड से पता चला है कि एक युवती ने साल 2024 में विपिन के खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज करवाया था. उस समय भी विपिन का नाम स्थानीय थाने में चर्चाओं में रहा था.
जांच अधिकारियों का कहना है कि पुराने मामलों की पूरी डिटेल खंगाली जा रही है ताकि यह समझा जा सके कि क्या विपिन का पहले से कोई आपराधिक इतिहास रहा है या यह मामले आपस में जुड़े हो सकते हैं.
गांववालों का आरोपियों को समर्थन
मामले का एक चौंकाने वाला पहलू यह भी है कि जिस समय पुलिस विपिन और अन्य आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटा रही है, उसी समय गांव के कुछ लोग आरोपियों के समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें गांववाले आरोपियों को निर्दोष बताते हुए उनके लिए न्याय की मांग कर रहे हैं.
पुलिस की जांच में तेज़ी
इस हत्याकांड में पुलिस ने अब तक कई गवाहों के बयान दर्ज किए हैं. फॉरेंसिक टीम मौके से जुटाए गए साक्ष्यों की जांच कर रही है. वहीं, निक्की के परिवार ने आरोप लगाया है कि यह हत्या दहेज और घरेलू हिंसा से जुड़ा मामला है. परिवार का कहना है कि विपिन और उसके परिजन निक्की पर लगातार दहेज लाने का दबाव बना रहे थे, और इसी वजह से उसकी जान ली गई.
पड़ोसियों का दावा बहनों की रील ने भाटी परिवार में दरार पैदा की
सिरसा गांव के निवासियों ने आरोप लगाया कि एक ही परिवार में विवाहित दोनों बहनें अपने घर में ब्यूटी पार्लर चलाती थीं और इंस्टाग्राम पर सक्रिय थीं. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि दोनों बहनें ‘मेकओवर' से जुड़ी रील पोस्ट करती थीं, जिस पर उनके पति विपिन और रोहित भाटी आपत्ति जताते थे. पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने कहा, “वे दोनों (निक्की और कंचन) मेकओवर से संबंधित रील बनाकर सोशल मीडिया पर साझा करती थीं लेकिन रोहित और विपिन दोनों को यह पसंद नहीं था, जिसका वे इसका विरोध करते थे.”
वहीं, एक अन्य स्थानीय निवासी ऋषभ ने इस मुद्दे पर 11 मार्च को बहनों और उनके पतियों के बीच हुए झगड़े का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “इसके बाद दोनों बहनें अपने घर चली गईं लेकिन पंचायत के फैसले के बाद वे 18 मार्च को अपने ससुराल वापस आ गईं.” इस संबंध में एक अन्य पड़ोसी ने कहा, “पंचायत में फैसला हुआ कि दोनों बहनें भविष्य में रील नहीं बनाएंगी। यह कुछ दिनों तक चला लेकिन फिर से उन्होंने रील बनाना शुरू कर दिया और यही उनके बीच तनाव का कारण बना. ”
स्थानीय लोगों ने यह भी दावा किया कि विपिन किराने की दुकान चलाने में अपने पिता की मदद करता था, जबकि रोहित व्यवसाय करता था और परिवार के पास खेती की जमीन भी थी. निक्की के परिवार ने हालांकि इन दावों को खारिज किया और आरोप लगाया कि उसकी हत्या केवल दहेज के कारण की गई. निक्की के पिता भिकारी सिंह ने कहा, “उनकी बेटी की हत्या के पीछे दहेज ही मुख्य कारण था. ”