एनआईए ने भाकपा (माओवादी) के सदस्य को झारखंड के धनबाद जिले से गिरफ्तार किया

विनोद मिश्रा पिछले आठ महीने से फरार था. एनआईए की जांच के अनुसार, मिश्रा भाकपा (माओवादी) के उत्तरी क्षेत्र के ब्यूरो प्रमुख एवं पोलित ब्यूरो सदस्य का करीबी सहयोगी और दूर का रिश्तेदार है.

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NIA के अनुसार, विनोद मिश्रा उर्फ बिनोद मिश्रा भाकपा (माओवादी) के पोलित ब्यूरो का सदस्य है.
नई दिल्ली:

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) को पुनर्जीवित और मजबूत करने की साजिश रचने के मामले में वांछित एक माओवादी को झारखंड के धनबाद जिले से गिरफ्तार किया है. एजेंसी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में यह जानकारी दी. बयान के अनुसार, विनोद मिश्रा उर्फ बिनोद मिश्रा भाकपा (माओवादी) के पोलित ब्यूरो का सदस्य है और वह फरार था.

एनआईए ने बताया कि मिश्रा को एजेंसी की एक टीम ने झारखंड के धनबाद जिले से गिरफ्तार किया. बयान के अनुसार, एजेंसी को उसके झारखंड में छिपे होने की सूचना मिली थी. संघीय एजेंसी ने बयान में कहा, ‘‘प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) को बिहार के मगध क्षेत्र में पुनर्जीवित और मजबूत करने की साजिश रचने के एक फरार आरोपी को एनआईए ने गिरफ्तार किया है.''

मामले से जुड़ी एक प्राथमिकी में मिश्रा नामजद है और वह पिछले आठ महीने से फरार था. एनआईए की जांच के अनुसार, मिश्रा भाकपा (माओवादी) के उत्तरी क्षेत्र के ब्यूरो प्रमुख एवं पोलित ब्यूरो सदस्य का करीबी सहयोगी और दूर का रिश्तेदार है तथा उसने संगठन के वरिष्ठ सदस्यों को अपने घर में आश्रय दिया था.

बयान के अनुसार, एनआईए 31 अगस्त, 2023 से मामले की जांच कर रहा है और अब तक पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन दा उर्फ बनवारी जी उर्फ बी.बी. जी उर्फ बाबा और भाकपा (माओवादी) के उप-क्षेत्र समिति के सदस्य अनिल यादव उर्फ अंकुश उर्फ लवकुश के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है. दोनों को इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार किया गया था.

एजेंसी के अनुसार, बिहार पुलिस ने पिछले साल 10 अगस्त को विनोद मिश्रा के घर से इन दोनों की गिरफ्तारी किये जाने के बाद मामला दर्ज किया था. वे दोनों मगध क्षेत्र में, प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन को फिर से पुनर्जीवित और मजबूत करने की साजिश रच रहे थे. मगध क्षेत्र में गया और औरंगाबाद जिले आते हैं.

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