दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ऐतिहासिक जीत के बाद अब नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. सूत्रों के मताबिक दिल्ली में नई सरकार के गठन के बाद कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. वहीं, मोहल्ला क्लीनिक में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की भी जांच होगी.
दिल्ली के नए स्वास्थ्य मंत्री से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय रिपोर्ट तलब करेगा और इसे 15 दिनों के भीतर पेश करने का निर्देश दिया जाएगा. इन मोहल्ला क्लीनिकों में दवाइयों की खरीदारी और रखरखाव में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं.
दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना होगी लागू!
केंद्रीय नीति के तहत मोहल्ला क्लीनिक को अब 'आरोग्य आयुष्य मंदिर' के रूप में रूपांतरित किया जाएगा. दिल्ली की पहली कैबिनेट बैठक में इस पर महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं. अब आयुष्मान भारत योजना दिल्ली में लागू की जाएगी, जिससे स्वास्थ्य बीमा का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिलेगा. इसके तहत दिल्ली में 51 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड जारी किया जाएगा. इस योजना के दायरे में उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कमजोर है और जो 70 वर्ष से अधिक आयु के हैं.
दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) की प्रारंभिक जांच में सामने आया था कि 2023 में निजी प्रयोगशालाओं के माध्यम से मोहल्ला क्लीनिक में 65,000 फर्जी रोगियों की चिकित्सकीय जांच की गई. फरवरी से दिसंबर 2023 तक दो निजी प्रयोगशालाओं ने लगभग 22 लाख परीक्षण किए, जिनमें से 65,000 फर्जी पाए गए. वहीं, इस मामले को लेकर दिल्ली के एलजी ने भी जांच के आदेश दिए थे.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) को 22 सीटों पर जीत मिली, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका. बीजेपी ने 48 सीटों के साथ सत्ता में शानदार वापसी की.
दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी पैथोलॉजी-रेडियोलॉजी टेस्ट के आरोपों की जांच के लिए दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी.