प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 19 नवंबर (शनिवार) को अरुणाचल प्रदेश का दौरा करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी ईटानगर के डोनी पोलो एयरपोर्ट (Doni Polo Airport) का उद्घाटन करेंगे. यह पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है, जिसकी इसकी नींव 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने ही रखी थी.
इस हवाई अड्डे को 690 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में विकसित किया गया है. इसके निर्माण में 640 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. 2300 मीटर रनवे के साथ यह एयरपोर्ट सभी मौसम में ऑपरेट हो सकेगा. इसके अलावा पीएम मोदी 600 मेगावाट के कामेंग हाइड्रो पावर स्टेशन का भी लोकार्पण करेंगे. कुल 8450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित और अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में 80 किलोमीटर से अधिक के क्षेत्र में फैले इस परियोजना से, अरुणाचल प्रदेश बिजली अधिशेष राज्य बन जाएगा.
नए हवाई अड्डे में 2,300 मीटर का रनवे है और यह बोइंग 747 जैसे बड़े, चौड़े आकार वाले विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है. अरुणाचल प्रदेश में वर्तमान में दो हवाई अड्डे हैं, एक पासीघाट में और दूसरा तेजू में. हालांकि, चूंकि ये दोनों हवाईअड्डे ईटानगर से बहुत दूर हैं, यात्रियों को असम में डिब्रूगढ़ या गुवाहाटी से उड़ानें लेने के लिए 6 से 10 घंटे की यात्रा करनी पड़ती है.
अधिकारियों ने कहा कि अब डोनी पोलो हवाईअड्डा राज्य में कनेक्टिविटी को आसान बनाने और पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगा. फरवरी 2019 में पीएम मोदी ने इसकी आधारशिला थी. कोरोना महामारी और अन्य चुनौतियों के बावजूद बहुत कम समय में इसका निर्माण काम पूरा हो गया.
हवाई अड्डे का नाम अरुणाचल प्रदेश की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सूर्य (डोनी) और चंद्रमा (पोलो) के प्रति इसकी सदियों पुरानी स्वदेशी श्रद्धा को दर्शाता है. पिछले आठ वर्षों में पूर्वोत्तर में बनने वाला यह सातवां हवाईअड्डा है. इस क्षेत्र में हवाईअड्डों का तेजी से विकास कनेक्टिविटी बढ़ाने पर सरकार के जोर के अनुरूप है.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा विकसित, डोनी पोलो हवाई अड्डे में आठ चेक-इन काउंटर हैं. अधिकारियों ने कहा कि 4100 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्रफल के साथ, हवाईअड्डा यात्रियों के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है.