देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के बेतहाशा बढ़ते मामलों को देखते हुए मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET-PG medical entrance exams), जिसका आयोजन रविवार 18 अप्रैल को किया जाना था, उसे टाल दिया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने गुरुवार शाम ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. बड़ी संख्या में छात्रों और डॉक्टरों ने कोरोना के हालात के मद्देनजर इसे टालने की मांग की थी. इससे पहले NEET-PG परीक्षा का मामला गुरुवार को सु्प्रीम कोर्ट भी पहुंच गया. MBBS डॉक्टरों के एक समूह ने इस संबंध में याचिका दाखिल की है जिसमें COVID-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच 18 अप्रैल को होने वाली NEET-PG परीक्षा को टालने की मांग की गई.
NEET-PG परीक्षा का मामला SC पहुंचा, कोविड संकट के चलते डॉक्टरों के समूह ने की परीक्षा टालने की मांग
याचिका में कहा गया है कि COVID -19 रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों को शारीरिक तौर पर परीक्षा में भाग लेने के लिए मजबूर करना हजारों लोगों के जीवन को संकट में डालने के बराबर होगा. याचिका में हाल ही में CBSE की कक्षा 10 की परीक्षा रद्द करने और कक्षा 12 की परीक्षाओं को स्थगित करने के फैसले का हवाला दिया गया है.
देशभर के मेडिकल कॉलेजों में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट पोस्टग्रेजुएट (NEET PG) के लिए प्रवेश परीक्षा 18 अप्रैल को होनी है. लेकिन कोविड-19 के बेक़ाबू हालातों को देखते हुए देशभर से एक लाख 70 हज़ार डॉक्टर और मेडिकल छात्र इस परीक्षा को टालने की मांग कर रहे हैं. नीट पीजी की परीक्षा देने वालों में से अधिकतर डॉक्टर इस वक़्त अस्पतालों में कोरोना के मरीज़ों का इलाज कर रहे हैं. वहीं, दूसरी को परीक्षा आयोजित करने के लिए स्थिति भी अनुकूल नहीं है. ऐसे में 18 अप्रैल को होने वाली नीट पीजी परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार परीक्षा को टालने की मांग कर रहे हैं.