राजस्थान पुलिस ने भरतपुर जिले में रविवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में परीक्षार्थी के स्थान पर अन्य के परीक्षा देने के मामले में एमबीबीएस के तीन छात्रों सहित छह लोगों को हिरासत में लिया है. मथुरा गेट पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मामले के मुख्य साजिशकर्ता रवि मीणा ने परीक्षार्थी राहुल गुर्जर से कथित तौर पर 10 लाख रुपये लिए थे. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अकलेश कुमार ने बताया कि 'एक परीक्षा केंद्र पर अभिषेक को राहुल गुर्जर की जगह परीक्षा देते पाया गया. पर्यवेक्षक को संदेह होने पर उसे पुलिस को सौंप दिया गया. प्रारंभिक पूछताछ के दौरान उसने बताया कि इन काम में उसके साथ पांच अन्य लोग भी शामिल हैं.''
उन्होंने बताया कि बाकी पांच लोग परीक्षा केंद्र के बाहर एक कार में बैठे थे. सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस के अनुसार इस मामले में अभिषेक, रवि, अमित, दयाराम, सूरज सिंह और राहुल गुर्जर को हिरासत में लिया गया. इसबीच सवाई माधोपुर में, एक केंद्र पर नीट परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों ने शिकायत की कि उन्हें हिंदी माध्यम के बजाय अंग्रेजी माध्यम का पेपर दिया गया और इसके विपरीत अंग्रेजी माध्यम वालों को हिंदी का पेपर दिया गया.
अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों ने शिकायत की कि जब उन्होंने विरोध किया तो पुलिस ने उनकी पिटाई की. बाद में, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया कि केंद्र अधीक्षक द्वारा प्रश्नपत्रों के गलत वितरण की घटना सामने आई थी. एजेंसी ने बताया कि 120 प्रभावित उम्मीदवारों के लिए परीक्षा आज आयोजित की गई है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि घटना से उनकी शैक्षणिक आकांक्षाएं बाधित न हों.
ये भी पढ़ें-:
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)