- स्मृति ईरानी ने कहा कि जो ट्रोलिंग कर रहे थे उन पर मेंटल इफेक्ट हो रहा था. इसका मुझ पर असर नहीं हो रहा था.
- उन्होंने कहा कि मर्यादा में शांति से बात रख सकते हैं और सम्मानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर बात कर सकते हैं.
- स्मृति ईरानी ने कहा कि जब वह "वोट चोरी" शब्द सुनती हैं तो उन्हें लगता है कि यह भारतीय लोकतंत्र का अपमान है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और अभिनेत्री स्मृति ईरानी ने एनडीटीवी युवा कार्यक्रम में ट्रोलिंग को लेकर विस्तार से अपनी बात रखी. ईरानी ने ट्रोलिंग किए जाने के सवाल पर कहा कि जो ट्रोल कर रहे थे, उन पर मेंटल इफेक्ट हो रहा था इसलिए उन्होंने यह किया. इसका मुझ पर कोई असर नहीं हो रहा था. साथ ही उन्होंने कहा कि मर्यादा की परिधि में हम लोग शांति से अपनी बात रख सकते हैं और सम्मानजनक शब्दों का इस्तेमाल करके बात कर सकते हैं. साथ ही स्मृति ईरानी ने कहा कि जब वह "वोट चोरी" शब्द सुनती हैं तो उन्हें लगता है कि यह भारतीय लोकतंत्र का अपमान है.
ट्रोलिंग को लेकर कहा कि मर्यादा की परिधि में हम लोग शांति से अपनी बात रख सकते हैं और सम्मानजनक शब्दों का इस्तेमाल करके बात कर सकते हैं, लेकिन आप बार-बार मर्यादा भंग करोगे. बार-बार प्रधानमंत्री का तीखा शब्दों में नहीं बल्कि निम्न स्तर के शब्दों का इस्तेमाल कर सिर्फ कटाक्ष करने के लिए अपनी भड़ास निकालने के लिए कुछ बोलोगे तो एक कार्यकर्ता वर्ग है जो जवाब देगा.
मेरी बातों का नहीं था जवाब, तो की ट्रोलिंग: ईरानी
ट्रोलिंग के असर पर उन्होंने कहा कि उन पर मेंटल इफेक्ट हो रहा था, इसलिए वो ट्रोल कर रहे थे.
कांग्रेस मुझे जरूर याद करती है: ईरानी
साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि ट्रोलिंग से उन पर कभी कोई असर नहीं पड़ा. साथ ही कहा, "मुझे कांग्रेस की याद नहीं आती, लेकिन कांग्रेस मुझे जरूर याद करती है"
साथ ही कहा कि मेरे जैसे लोग राजनीति में आए हैं, उनकी इच्छा देश के लिए काम करने की है.
वोट चोरी पर भी बोलीं स्मृति ईरानी
उन्होंने कहा कि सिर्फ इसलिए कि भारतीय मतदाताओं ने आप पर विश्वास नहीं किया है तो अब इसलिए विपक्ष ने अब उसी चुनाव आयोग पर हमला करने का फैसला किया है जो हमारे देश में लोकतंत्र सुनिश्चित करता है और उसी मीडिया को जो लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला करने वाली किसी चूक की सूचना देती है. साथ ही उन्होंने इसे न्यायपालिका का भी अपमान बताया.
विपक्ष को युवाओं पर भरोसा नहीं: ईरानी
युवाओं के राजनीति से जुड़ाव पर स्मृति ईरानी ने कहा, "मुझे लगता है कि अगर विपक्ष को लगता है कि युवा लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास नहीं रखते हैं तो उन्हें युवाओं पर भरोसा नहीं है और यह राजनीतिक जुड़ाव दर्शाता है कि उन्हें व्यवस्था में विश्वास है."
मेरे रचनात्मक कार्यों पर असर नहीं: ईरानी
साथ ही इस दौरान समृति ईरानी ने कहा कि एक रचनात्मक व्यक्ति होने के नाते, मेरा राजनीतिक व्यक्तित्व मेरे रचनात्मक कार्यों पर असर नहीं डालता है.