कर्नाटक चुनाव 2023 के नतीजे आ चुके हैं. कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. बीजेपी का वोट शेयर पिछले चुनाव के मुकाबले लगभग बराबर ही है, लेकिन कुर्सी चली गई है. कर्नाटक चुनाव के जो नतीजे आए हैं, उसका बहुत हद तक अंदाजा NDTV-लोकनीति CSDS के सर्वे 'पब्लिक ओपिनियन' ने लगाया था.
1 और 2 मई, 2023 को प्रसारित 'पब्लिक ओपिनियन' में हमने दिखाया था कि कैसे सर्वे में शामिल होने वाले गरीब तबके के 67 फीसदी लोग चाहते हैं कि सरकार बदले, इसी तरह निम्न मध्य वर्ग के 58 फीसदी, मध्य वर्ग के 52 फीसदी और अमीर वर्ग के 49 फीसदी चाहते हैं कि सरकार बदले. NDTV-लोकनीति CSDS से पता चला था कि कर्नाटक के ग्रामीण इलाकों में 61 फीसदी लोग बसवराज बोम्मई सरकार से नाखुश हैं, वहीं शहरी इलाकों में भी 50 फीसदी लोग सरकार से खुश नहीं हैं.
सर्वे में यह भी निकलकर आया था कि कांग्रेस नेता सिद्धारमैया बतौर CM 40 फीसदी लोगों की पहली पसंद हैं, जबकि सिर्फ 22 फीसदी लोग बोम्मई को मुख्यमंत्री चाहते हैं.
कर्नाटक के वोटर का मूड क्या है, इसका अंदाज़ा हमारे सर्वे में पूछे गए इस सवाल से भी लगा कि सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा क्या है. सबसे ज़्यादा 28 फीसदी लोगों ने कहा था, बेरोज़गारी सबसे बड़ा मुद्दा है, जबकि 25 फीसदी लोगों ने कहा था कि सबसे बड़ा मुद्दा गरीबी है.
कर्नाटक की बोम्मई सरकार और केंद्र सरकार के काम से कितने लोग संतुष्ट हैं. हमारे सर्वे में सिर्फ 27 फीसदी लोगों ने कहा था कि वे राज्य सरकार के काम से पूरी तरह से संतुष्ट हैं. 36 फीसदी लोग कुछ हद तक बसवराज सरकार से संतुष्ट थे, और 13 फीसदी लोगों ने कहा था कि वे कुछ हद तक असंतुष्ट हैं और सर्वे में शामिल हुए लोगों में से 19 फीसदी राज्य की सरकार से पूरी तरह असंतुष्ट थे. हालांकि इसी सर्वे में यह भी सामने आया था कि 42 फीसदी लोग केंद्र सरकार के काम से कुछ हद तक संतुष्ट हैं और 24 फीसदी लोग पूरी संतुष्ट हैं. इस तरह से 66 फीसदी लोग केंद्र के काम से नाखुश नहीं हैं.
बता दें कि 'पब्लिक ओपिनियन' NDTV का खास कार्यक्रम है, जिसमें हम अलग-अलग मुद्दों पर पब्लिक ओपिनियन जानने की कोशिश करते हैं. इसी की पहली कड़ी था, कर्नाटक चुनाव से पहले जनता का मूड जानने के लिए किया गया सर्वे... कर्नाटक चुनाव नतीजों से साफ है कि हमारा सर्वे सटीक था.