Exclusive: आंखें खुली रखिएगा... शुभांशु शुक्ला को भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का संदेश, जानें और क्या कहा

Astronaut Rakesh Sharma Interview: भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने NDTV से खास बातचीत में शुभांशु शुक्ला के स्पेस मिशन के लिए क्या कुछ कहा? पढ़िए रिपोर्ट...

विज्ञापन
Read Time: 4 mins

Shubhanshu Shukla Space Mission: भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने शुभांशु शुक्ला को क्या दिया मैसेज?

India Astronaut Shubhanshu Shukla Space Mission: भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अपने तीन अन्य साथियों के साथ 10 जून को अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे. शुभांशु भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, जो अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे. शुभांशु से पहले भारत के राकेश शर्मा (Astronaut Rakesh Sharma) ने साल 1984 में अंतरिक्ष की उड़ान भरी थी. लखनऊ के 39 वर्षीय शुभांशु शुक्ला 10 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से ‘SpaceX' के ‘फाल्कन-9 रॉकेट' पर सवार होकर अपनी अंतरिक्ष यात्रा शुरू करेंगे. शुभांशु शुक्ला की यह यात्रा भारत की अंतरिक्ष में बड़ी उड़ान मानी जा रही है. 

NDTV "भारत के लाल, अंतरिक्ष में कमाल" सीरीज के तहत आप तक शुभांशु के अंतरिक्ष यात्रा से जुड़ी हर एक कहानी पहु्ंचाता रहा है. आज इस कड़ी में NDTV सबसे बड़ा इंटरव्यू लेकर आया है. यह इंटरव्यू है भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा. 

1984 में राकेश शर्मा ने भरी थी अंतरिक्ष की उड़ान

1984 में सोवियत सोयुज अंतरिक्ष यान पर सवार होकर राकेश शर्मा अंतरिक्ष गए थे. अब चार दशक बाद भारत का दूसरा अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला बड़ी उड़ान भरने जा रहे हैं. इससे पहले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री ने देश के दूसरे अंतरिक्ष यात्री की यात्रा से पहले उन्हें गुडलक कहा है. 

शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर राकेश शर्मा ने क्या कुछ कहा, पढ़िए 

NDTV का सवाल- शुभांशु शुक्ला के मिशन से आपको कितनी उत्सुकता है?

राकेश शर्मा का जवाब- यह भारत के स्पेस प्रोग्राम के लिए बहुत ही इंटरेस्टिंग टाइम है. शुभांशु को जो अवसर मिला है, उसका पूरा इस्तेमाल किया जाएगा. उन्हें इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने का जो तर्जुबा मिलेगा, उसका पूरा यूज आने वाले दिनों में किया जाएगा. इसके बाद राकेश शर्मा ने हंसते हुए कहा- मैं उनकी वापसी का इंतजार कर रहा हूं. ताकि पूछ सकूं कि 4 दशक में क्या कुछ बदला है? 

Advertisement

NDTV का सवाल- आप खुद गए थे, शुभांशु की ट्रेनिंग में आप भी शामिल रहे हैं. क्या शुभांशु अच्छे अंतरिक्ष यात्री बनेंगे?

Advertisement

राकेश शर्मा का जवाब- बिल्कुल, क्योंकि उनकी ट्रेनिंग इतनी अच्छी हुई है. इसरो का आपको तो पता ही है. ISRO is not use to Failing. God bless them. शुभांशु को अंतरिक्ष में जो अनुभव मिलेगा, वो हमारे स्पेस प्रोग्राम में अच्छे से यूज किया जाएगा. 

Advertisement

Advertisement

NDTV का सवाल- आपने रशियन सूट पहना था. शुभांशु स्पेसएक्स का सूट पहनेंगे. आगे भारतीय अंतरिक्ष यात्री भारतीय सूट में जाएंगे? इसको लेकर आपकी उत्सुकता कैसी है? हो  सकता है कि शुभांशु शुक्ला ही श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष में जाने वाले पहले गगनयात्री बने. 

(मालूम हो भारत अपने बलबुते अंतरिक्ष यात्री को स्पेस में भेजने की तैयारी में जुटा है.)

राकेश शर्मा का जवाब- हो सकता है शुभांशु शुक्ला जाए. ऐसे और भी तैयार बैठे हैं. वो सभी टेस्टेट पायलट है. शुरू-शुरू में तो वो भी रशियन सूट ही पहनेंगे. लेकिन साथ-साथ में हमारे सूट का डेवलपमेंट चल रहा है. यह सब टेस्टिंग हौले-हौले (धीमे-धीमे) होता है. इसमें जल्दबाजी की जगह नहीं है. हम भी जल्दबाजी नहीं चाहते है. 

NDTV का सवाल- गगनयान के साथ-साथ हम और भी बहुत कुछ कर रहे है? भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के साथ-साथ चांद पर भारत के जाने का. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी ड्रीम दी है. 

राकेश शर्मा का जवाब- जी हां, प्लानिंग तो है. लेकिन मुझे उम्मीद नहीं है कि मैं वो सब देख पाऊंगा. क्योंकि मैं इस समय 80 के करीब का चुका हूं. 2040 में अभी जरा दूर है. प्लान तो बहुत बढ़िया है, और होने भी चाहिए. स्पेस प्रोग्राम में दुनिया को भारत की जरूरत है.

NDTV का सवाल- शुभांशु शुक्ला के राकेश शर्मा का मैसेज क्या है

राकेश शर्मा का जवाब- शुभांशु, मैं आपको यही कहना चाहूंगा कि आंखें खुली रखिए. एन्जॉय द राइड. वापस जब आएंगे, मैं आपका इंतजार कर रहा हूं ताकि आप मुझे बता सके कि इस 40 साल में क्या बदला है? 

मालूम हो कि 1984 में पहली बार अंतरिक्ष जाने वाले राकेश शर्मा ने वहां योगा भी किया था. राकेश शर्मा अभी भारत के स्पेस मिशन में जुटे हैं. उनका मानना है कि स्पेस रिसर्च की दुनिया में भारत का भविष्य बहुत ही उज्ज्वल है.  

यह भी पढ़ें -
अंतरिक्ष में बड़ी उड़ान भरेगा भारत, शुभांशु बोले- मैं एक अरब दिलों की उम्मीदें लिए जाऊंगा
लखनऊ की गलियों से अंतरिक्ष की उड़ान तक, कैसे हुआ चयन? जानें शुभांशु शुक्ला की पूरी कहानी