फ्यूचर फ्यूल बनेगा इथेनॉल, इनोवेशन पर फोकस की जरूरत: NDTV ऑटो कॉन्क्लेव में बोले नितिन गडकरी

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया, "ऑटो इंडस्ट्री से 4 करोड़ 50 लाख नौकरियां पैदा हुई हैं. देश के ग्रोथ में भी इस इंडस्ट्री का योगदान है, क्योंकि हमारे एक्सपोर्ट का एक बड़ा हिस्सा ऑटो इंडस्ट्रीज के प्रोडक्ट का होता है."

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नई दिल्ली:

नई दिल्ली में मंगलवार को NDTV के ऑटो कॉन्क्लेव का शानदार आगाज हुआ. इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने अल्टरनेटिव फ्यूल, इलेक्ट्रिक व्हीकल और आत्मनिर्भर भारत मिशन पर अपनी राय रखी. गडकरी ने कहा कि इंडियन व्हीकल इंडस्ट्री एक क्रांति के मुहाने पर है. इसे कस्टमर सर्विस, सेलिंग सर्विस और क्वालिटी पर फोकस करने की जरूरत है. क्योंकि इस इंडस्ट्री से ही सरकार को मैक्सिमम GST मिलती है. ऑटो इंडस्ट्री को और मजबूत बनाने के लिए हमें धीरे-धीरे अल्टरनेटिव फ्यूल (इथेनॉल) को अपनाना होगा. यही भविष्य का फ्यूल होगा. उन्होंने कहा, "अच्छी सड़कें और अल्टरनेटिव फ्यूल से भारत का लॉजिस्टिक कॉस्ट 9% तक कम हो जाएगा."

नितिन गडकरी ने कहा, "भारत जापान को पीछे छोड़ते हुए ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में तीसरे नंबर पर आ गया है. ऑटो इंडस्ट्री की वैल्यू अभी 22 लाख करोड़ है. हम भविष्य की ओर देखते हैं. इसलिए यह अहम है कि व्हीकल सेक्टर कस्टमर सर्विस, सेल्स के बाद की सर्विसेज और क्वॉलिटी जैसे क्षेत्रों में इनोवेशन जारी रखे."

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7वें नंबर से तीसरे नंबर पर आई ऑटो इंडस्ट्री
गडकरी ने कहा, "भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत पहल के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो गई है. भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ के लिहाज से ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के रोल से इनकार नहीं किया जा सकता. जब मैंने सड़क परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी, तब इस इंडस्ट्री का साइज 7 लाख करोड़ था. ऑटोमोबाइल सेक्टर में भारत का दुनिया में सातवां नंबर था. लेकिन अब हमने जापाना को पीछे छोड़ दिया है. भारत अब ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में विश्व का तीसरा देश है. 

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गडकरी कहते हैं, "ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में अभी US पहले नंबर पर है. उसकी वैल्यू 78 लाख करोड़ है. चीन दूसरे नंबर है, उसकी वैल्यू 47 लाख करोड़ है. भारत 22 लाख करोड़ की वैल्यू के साथ तीसरे नंबर पर है."

ऑटो इंडस्ट्री में पैदा हुईं सबसे ज्यादा नौकरियां
नितिन गडकरी ने बताया, "ऑटो इंडस्ट्री से 4 करोड़ 50 लाख नौकरियां पैदा हुई हैं. देश के ग्रोथ में भी इस इंडस्ट्री का योगदान है, क्योंकि हमारे एक्सपोर्ट का एक बड़ा हिस्सा ऑटो इंडस्ट्रीज के प्रोडक्ट का होता है." 

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गडकरी कहते हैं, "भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज के पोजिशन इतनी अच्छी है कि करीब-करीब सभी ब्रांड देश में मिल जाएंगे. अब हम नई टेक्नोलॉजी भी डेवलप कर रहे हैं. ये टेक्नोलॉजी खासतौर पर अल्टरनेटिव फ्यूल और बायो फ्यूल को लेकर है."

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2030 तक ज्यादातर व्हीकल्स अल्टरनेटिव फ्यूल पर चलेंगे
गडकरी ने यह भी कहा कि 2030 तक ज्यादातर व्हीकल्स अल्टरनेटिव फ्यूल पर चलेंगे. उन्होंने कहा, "हम बायो-एथेनॉल, बायो-CNG, बायो-LNG और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे अल्टरनेटिव, क्लीन और ग्रीन फ्यूल डेवलप करने पर भी काम कर रहे हैं. ग्रीन हाइड्रोजन भविष्य का फ्यूल होगा."

नितिन गडकरी ने कहा, "अल्टरनेटिव फ्यूल में जो भी फ्यूल मिलता है वो काफी सस्ता है. इलेक्ट्रिक एनर्जी का ऑप्शन भी सस्ता है. इसका चार्ज 2 रुपये 80 पैसे यूनिट है. डीजल पर चलने वाली बस का प्रति किलोमीटर कॉस्ट 115 रुपये है, जबकि बिना AC वाली इलेक्ट्रिक बस की लागत प्रति किमी पर 39 रुपये है. AC बस की लागत 41 रुपये किलोमीटर पड़ेगी. यह सब्सिडी के बाद था, लेकिन 61 रुपये प्रति किमी की कॉस्ट है." 

अल्टरनेटिव फ्यूल से चलने वाली कार का करते हैं इस्तेमाल
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस दौरान अपनी कार का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि उनकी कार 100% इथेनॉल से चलती है. गडकरी के पास टोयोटा की इनोवा हाईक्रॉस है. यह कार भारत स्टेज (बीएस)-VI उत्सर्जन मानकों के अनुरूप है.

गडकरी कहते हैं, "मेरी कार एथेनॉल से चलती है. अगर आप पेट्रोल से इस कार की तुलना करेंगे, तो 25 रुपये प्रति किलोमीटर का खर्च पड़ता है, जबकि एथेनॉल से इससे भी कम पड़ता है. एक लीटर एथेनॉल पर 60 रुपये का खर्च आता है, जबकि पेट्रोल का रेट 120 से ऊपर है."

स्क्रैपिंग के लिए लोगों को कर रहे मोटिवेट
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय पुरानी व्हीकल को स्क्रैप करने के लिए लोगों को मोटिवेट कर रहा है. वे इसके लिए कीमत और GST में छूट जैसी चीजों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. अब नई गाड़ी खरीदने पर कंपनियां 1.5% से 3.5% तक की छूट दे रही हैं. गडकरी ने कहा, "यह छूट सिर्फ तब मिलेगी, जब आप अपनी पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करेंगे. लग्जरी कार बनाने वाली कुछ कंपनियां तो 25,000 रुपये तक की छूट भी दे रही हैं." 

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नागपुर में चलेगी फ्लाइट जैसी सुविधाओं वाली बस
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि नागपुर में देश की पहली ऐसी बस चलाने की तैयारी की जा रही है, जिसमें कंडक्टर नहीं होगा. इसके अलावा इसमें फ्लाइट जैसी लग्जरी सुविधाएं मिलेंगी. अभी पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है. यह कंडक्टर वाला ट्रांसपोर्ट सिस्टम नहीं चल सकता है.

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