पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) गुरूदासपुर से करतारपुर साहिब गुरुद्वारे (Kartarpur Sahib Gurdwara) के लिए रवाना हो गए हैं. इससे पहले, गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Punjab CM Charanjeert Singh Channi) ने अपने कैबिनेट के मंत्रियों सहित 37 लोगों के साथ गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा की थी. हालांकि सिद्धू को उस दिन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ जाने की इजाजत नहीं मिल सकी थी. हालांकि अब इजाजत मिलने के बाद सिद्धू पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जा रहे हैं.
गुरुनानक देव की 552वीं जयंती से पहले कोविड-19 के कारण करीब 20 महीने तक करतारपुर कॉरिडोर बंद रहा था. गुरु नानक देव का जन्म ननकाना साहिब में हुआ था. यह गुरुद्वारा लाहौर से 80 किमी की दूरी पर है. ननकाना साहिब में वाघा बॉर्डर से करीब 2500 सिख पहुंचे थे. समारोह में नगर कीर्तन और पालकी जुलूस भी शामिल था. इस दौरान सभी श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई थी.
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वहीं एक दिन पहले 240 से अधिक श्रद्धालुओं ने करतारपुर कॉरिडोर के जरिये पहुंचे थे. सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जयंती पर आयोजित समारोह में भी हिस्सा लिया. करतारपुर में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर भी इसमें शामिल थीं.