कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू 10 महीने की जेल की सजा के बाद जेल से बीते दिन ही रिहा हुए. रिहाई के एक दिन बाद अपने सभी समर्थकों का शुक्रिया अदा करते हुए सिद्धू ने आज ट्विटर पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया. उन्होंने वीडियो के कैप्शन में लिखा, "आभार..उन सभी को नमन, जो सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक इंतजार कर रहे थे." पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख के पटियाला जेल से बाहर आते ही वीडियो में उन्हें फूल बरसाते हुए दिखाया गया है.
सिद्धू पिछले साल 1988 के एक मामले में जेल गए थे जिसमें रोड रेज की घटना के दौरान एक व्यक्ति की पिटाई के बाद उसकी मौत हो गई थी. नवजोत सिंह सिद्धू और सह-आरोपी रूपिंदर सिंह संधू को निचली अदालत ने बरी कर दिया, इससे पहले उच्च न्यायालय ने उन्हें दोषी पाया और उन्हें तीन साल की जेल की सजा सुनाई. दोनों ने इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी.
2018 में, सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए दोषी ठहराया, लेकिन उन्हें गैर इरादतन हत्या के आरोप से बरी कर दिया. पीड़ित गुरनाम सिंह के परिवार की पुनर्विचार याचिका के बाद कांग्रेस नेता को एक साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. जेल से रिहा होने के बाद, सिद्धू ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा, "लोकतंत्र जंजीरों में है."
सिद्धू ने कहा, "पंजाब इस देश की ढाल है. जब इस देश में तानाशाही आई तो राहुल गांधी के नेतृत्व में एक क्रांति भी आई."उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहता है, जहां अब आम आदमी पार्टी (आप) का शासन है. सिद्धू ने कहा, "मैं अपने छोटे भाई (मुख्यमंत्री) भगवंत मान से पूछना चाहता हूं. आपने पंजाब के लोगों को बेवकूफ क्यों बनाया? आपने बड़े-बड़े वादे किए, चुटकुले सुनाए. लेकिन आप आज सिर्फ कागजों पर मुख्यमंत्री हैं."
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