केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों के बयानों को लेकर उन पर कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला किया. उन्होंने ट्वीट किया कि ''यह एक आश्चर्य की बात है कि सिद्धू के सलाहकार, जिन्होंने अब कश्मीर पर आश्चर्यजनक बयान दिए हैं, उन्होंने 9 नवंबर 2019 को श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के उद्घाटन पर झप्पी-पप्पी भाषण से प्रेरणा ली है, जिसमें सिद्धू ने अपने मित्र पीएम इमरान खान के गुणों की प्रशंसा की थी!''
हरदीप सिंह पुरी ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में नवजोत सिंह सिद्धू के भाषण का वीडियो भी ट्वीट किया है. इसमें नवजोत सिंह सिद्धू कह रहे हैं- ''हर समय नदी की बाढ़ के अक्सर सब बह जाया करते हैं, है समय बड़ा तूफान प्रबल पर्वत भी झुक जाया करते हैं, अक्सर दुनिया के समय में लोग चक्कर खाया करते हैं, पर कुछ इमरान खान जैसे होते हैं जो इतिहास बनाया करते हैं... बिंदास है, 14 करोड़ सिख्खां दा दिलों निकला विश्वास है..और जीता जागता इतिहास है.. कोई नफा-नुकसान देखके नहीं, कोई सौदेबाजी देखके नहीं, रब वास्ते, अल्ला वास्ते ऐ मेरे सोणे यार नी कीताई, ओय क्या मिलेगा किसी को मार के जान से, मारना हो तो मार डालो अहसान से, दुश्मन मर नहीं सकता कभी नुकसान से. सर उठाकर चल नहीं सकता मरा हुआ अहसान से. सिख कौम भले ही एक परसेंट है लेकिन इसका दबदबा 15 परसेंट है. सिख कौम ताकतवर लोगों की कौम, खान साहब मेरी गल याद रखना, आज डंके की चोट पर कह रहा हूं, सिख कौम जहां जाती है, वहां किसी की सोच नहीं जाती. मेरी जुबान से 14 करोड़ सिखों की आवाज निकल रही है. तेरी मोहब्बत, तेरी मुरव्वत, तेरे प्यार दे तोहफे बदले मैं शुकराना लेके आया हां.''
इससे पहले हरदीप सिंह पुरी ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा- ''सिद्धू और कांग्रेस पार्टी के लिए हमारे पड़ोस के विकास पर अपने रुख का आत्मनिरीक्षण करने का समय आ गया है. उन्हें स्पष्ट रूप से हमारे अस्थिर पड़ोस में वर्तमान राजनीतिक और सुरक्षा स्थिति की कोई समझ नहीं है. झप्पी-पप्पी की राजनीति नहीं चलती.''
नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों प्यारे लाल गर्ग और मलविंदर सिंह माली की कथित टिप्पणियों को लेकर विवाद पैदा हो गया है. गर्ग ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा की गई पाकिस्तान की आलोचना पर सवाल उठाया था. दूसरी तरफ, माली ने संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के मुद्दे पर बात की थी, जिसके तहत तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर को एक विशेष दर्जा मिला हुआ था. उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि अगर कश्मीर भारत का हिस्सा था तो धारा 370 और 35ए हटाने की क्या जरूरत थी. उनकी ओर से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में भी कथित तौर पर आपत्तजिनक टिप्पणी की गई है.