गठबंधन के बदले पिता के लिए भारत रत्न कभी स्वीकार नहीं करेंगे नवीन पटनायक: पांडियन

पांडियन भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी रहे हैं और उन्होंने 25 वर्षों से अधिक समय तक ओडिशा में काम किया है. वह मुख्यमंत्री के निजी सचिव भी रहे हैं.

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भुवनेश्वर:

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ किसी भी चुनाव या राजनीतिक गठबंधन के बदले अपने पिता बीजू पटनायक के लिए कभी भी भारत रत्न या कोई अन्य पुरस्कार स्वीकार नहीं करेंगे. पटनायक के करीबी सहयोगी एवं बीजू जनता दल (बीजद) नेता वी. के. पांडियन ने यह बात कही है.

पांडियन भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी रहे हैं और उन्होंने 25 वर्षों से अधिक समय तक ओडिशा में काम किया है. वह मुख्यमंत्री के निजी सचिव भी रहे हैं. उन्होंने राज्य के केंद्रीय मंत्रियों पर भी निशाना साधा कि उन्होंने कभी भी 'ओडिशा के गौरव' और हर उड़िया के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे बीजू पटनायक के लिए सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के बारे में बात नहीं की.

पांडियन ने ‘पीटीआई-भाषा' को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘ओडिशा की सबसे बड़ी पहचान बीजू बाबू द्वारा दिखाया गया साहस और वीरता है. यदि आप दुनिया के किसी भी हिस्से में दो उड़िया लोगों को देखेंगे, अगर वे ओडिशा के बारे में बात करेंगे, तो वे बीजू बाबू के बारे में ही बोलेंगे.''

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘या तो उनके आंसू होंगे या उनमें भावनाएं होंगी. बीजू पटनायक का ओडिशा के लोगों के साथ यही जुड़ाव है. वह एक स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्होंने देश और राज्य के लिए बहुत कुछ किया है. वह आधुनिक ओडिशा के निर्माता हैं.''

पांडियन ने कहा कि बीजू पटनायक को इंडोनेशिया और ब्रिटेन ने बड़े नागरिक सम्मान से सम्मानित किया है, लेकिन भारत सरकार ने ऐसा नहीं किया है.

उन्होंने कहा, ‘‘हमने देखा है कि कितने लोगों को भारत रत्न दिया गया है. उन सभी का पूरा सम्मान करता हूं और मेरे मन में उनमें से किसी के भी खिलाफ कुछ नहीं है. उन सभी ने महान योगदान दिया है, लेकिन इसमें ओडिशा के लोग बीजू पटनायक की ओर महान प्रेरणा की दृष्टि से देखते हैं.''

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पांडियन ने कहा, 'वह ओडिशा में एक व्यक्ति नहीं हैं, वह यहां एक घटना हैं. इतने सालों तक भारत रत्न न देकर हम बीजू बाबू जैसे व्यक्ति का अपमान कैसे कर सकते हैं.'

उन्होंने बीजू पटनायक के बारे में सोचे बिना उड़िया गौरव और उड़िया अस्मिता के बारे में बात करने के लिए भाजपा पर हमला बोला.

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उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर स्पष्ट रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, 'यहां से एक केंद्रीय मंत्री हैं और राजग सरकार में ओडिशा से अन्य केंद्रीय मंत्री रहे हैं, लेकिन क्या उन्होंने कभी इस बारे में बात की है?''

उन्होंने भाजपा पर केवल चुनावों के लिए उड़िया अस्मिता, ओडिशा की संस्कृति और उड़िया गौरव की बात करने का आरोप लगाया और कहा कि लोग इसे समझते हैं.

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यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि अगर बीजद ने भाजपा के साथ गठबंधन किया होता, जैसा कि कुछ अन्य दलों के साथ हुआ होता तो ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक को भारत रत्न से सम्मानित किया गया होता, पांडियन ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि नवीन बाबू इससे खुश होते.'
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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