श्रीलंका राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे बुधवार को सेना के एक विमान से देश छोड़कर मालदीव चले गए हैं. राजपक्षे के देश छोड़ने के बाद श्रीलंका में आपातकाल लगा दिया गया है. राजपक्षे ने देश की अर्थव्यवस्था को न संभाल पाने के कारण अपने और अपने परिवार के खिलाफ बढ़ते जन आक्रोश के बीच बुधवार को इस्तीफा देने की घोषणा की थी. लेकिन इससे पहले ही वो देश से भाग गए. वहीं श्रीलंका के राजनीतिक संकट के बारे में बात करते हुए भारत के पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने कहा है श्रीलंका हमारा दोस्त है. श्रीलंका में जो कुछ भी हो रहा है, वह चिंताजनक है. हमारे हजारों साल से ऐतिहासिक रिश्ते हैं. भारत में श्रीलंका जैसे हालात नहीं हो सकते हैं? इस सवाल के जवाब में नटवर सिंह ने कहा है कि हमारे यहां इमरजेंसी लगी थी, जो कि 2 साल बाद खत्म हो गई और देश चलता रहा. पाकिस्तान के साथ युद्ध हुआ और हमने हरा दिया, देश चल रहा है. भारत में सरकारें आती हैं और जाती हैं. लेकिन देश के टुकड़े नहीं होते हैं.
श्रीलंका और चीन पर बात करते हुए नटवर सिंह ने आगे कहा कि अगर श्रीलंका चीन से मदद लेना चाहता है, ये उनका फैसला है. हम दखल नहीं दे सकते हैं. इसके क्या नतीजे होंगे, वे कुछ दिनों में सामने आ जाएंगे.
वहीं पूर्व राजनयिक सुरेश गोयल ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि श्रीलंका की जो आर्थिक नीतियां रही हैं, इस वजह से ही ऐसे हालात पैदा हुए हैं. सरकार वक्त रहते भी जाग नहीं पाई. अगर वक्त रहते हुए कुछ कठोर कदम उठाए होते तो ये राजनीतिक संकट पैदा नहीं होता है. श्रीलंका के लोग गोटाबाया से नाराज हैं. वहीं श्रीलंका में सरकार कब तक स्थापित होगी? इस सवाल के जवाब में सुरेश गोयल ने कहा कि शायद अभी सरकार स्थापित न हो, लेकिन जल्द ही चीजें सही हो जाएंगी.
VIDEO: सरकार वक्त रहते भी जाग नहीं पाई : बोले पूर्व राजनयिक सुरेश गोयल