नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLIU) के करीब 500 स्टूडेंट्स ने प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती (Prof Tapan Ranjan Mohanty ) पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए उनके केबिन के बाहर घेराव किया, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. इस मामले को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान के निवास पर बैठक बुलाई गई. इस बैठक में एनएलआईयू के छात्रों का संगठन मुख्यमंत्री से मिला. डीजीपी और भोपाल के कमिश्नर को संबंधित शिक्षक के विरुद्ध जांच कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. एक महिला पुलिस अधिकारी को भी जांच करने के आदेश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साथ ही ये भी कहा है कि छात्रों से दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मामले पर सीजेआई और हाई कोर्ट के जस्टिस से भी चर्चा करूंगा.
नईदुनिया में प्रकाशित हुई खबर के मुताबिक- 500 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रोफेसर तपन मोहंती पर आरोप लगाए है कि उन्होंने अश्लील मैसेज और वीडियो भेजे. वहीं प्रो मोहंती ने भी इस पूरे मामले पर बयान जारी किया है कि ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं और बिना सबूत के लगाए गए हैं. मैं सिर्फ एक निष्पक्ष जांच चाहता हूं .धमकाने और दबाव की रणनीति के बजाय कानूनी प्रक्रिया का पालन करने की गुजारिश करता हूं.
इससे पहले एनएलआईयू में डिग्रियों के फर्जीवाड़े मामले में भी इस प्रोफेसर पर आरोप लग चुका है. पीड़िताओं की मांग है कि पूरे मामले की जांच जिला न्यायाधीश से कराई जाए. इस पूरे विवाद के सामने आने के बाद प्रोफेसर तपन को जो कि 23 साल से पद पर थे को इस्तीफा देना पड़ा. पीड़ित छात्राओं का आरोप है कि ऑफलाइन कक्षाओं के दौरान प्रोफेसर अकेले में छात्राओं को बुलाते थे और अश्लील मैसेज और वीडियो भेजते थे. हालांकि प्रोफेसर ने इन आरोपों से इंकार किया है.