मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बीच शब्दों की जंग जारी है. मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा, "नरोत्तम मिश्रा डबरा के बस स्टैंड पर कंडक्टरों से 20 रुपये वसूलते थे. अब वह कलेक्टरों और एसपी से पैसे वसूल रहे हैं. मैं उन्हें गंभीरता से नहीं लेता और उन्हें डबरा के बस स्टैंड पर ही काम करना चाहिए." इससे पहले बुधवार को नरोत्तम मिश्रा ने टिप्पणी की थी कि सिंह को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी या पार्टी नेता राहुल गांधी से सावधान रहना चाहिए क्योंकि वे 'रामधुन' के लिए उनके खिलाफ फतवा जारी कर सकते हैं.
मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा, "अच्छा है 'चचाजान' अब रामधुन गाएंगे. @digvijaya_28 जी को एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि रामधुन गाने पर कहीं #SoniaGandhi जी या @RahulGandhi जी उनके खिलाफ फतवा नहीं जारी कर दें."
इससे पहले सिंह ने कहा था कि वह बुधवार को भाजपा नेता रामेश्वर शर्मा के आवास पर जाएंगे और एक जनसभा में बाद में दिए गए बयानों के जवाब में उनके आवास के पास 'राम धुन' गाएंगे. गौरतलब है कि शर्मा ने जनसभा में कहा था कि अगर कांग्रेस नेता उनके क्षेत्र में दौरा करने के लिए आते हैं तो उनके घुटने तोड़ दें.
शर्मा के बयानों का जवाब देते हुए सिंह ने शनिवार को ट्वीट किया था, "मैं कांग्रेसी हूं जिसमें ताकत हो तो मेरे घुटने तोड़ दे. मैं गांधीवादी हूं. हिंसा का जवाब अहिंसा से दूंगा. 24 नवंबर को मैं महात्मा गांधी की मूर्ति से रामेश्वर शर्मा के घर जाउंगा. उनके घर जा कर प्रभु से उन्हें सदबुद्धि देने के लिए एक घंटे तक रामधुन करूंगा."
मध्यप्रदेश में हो रही है "घुटने तोड़ने" और "रामधुन" की राजनीति