कभी साइकिल-स्कूटर का बनाते थे पंचर, 8 बार चुनाव जीतकर पहुंचे संसद, अब बने मोदी 3.0 में केंद्रीय मंत्री

8 बार के सांसद वीरेंद्र कुमार ने टीकमगढ़ (सुरक्षित) सीट से लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है, जिसे 2008 के परिसीमन प्रक्रिया में बनाया गया था. इससे पहले उन्होंने सागर लोकसभा सीट का 4 बार प्रतिनिधित्व किया. नरेंद्र मोदी की पिछली सरकार में वह केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री थे.

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वीरेंद्र कुमार खटीक को सितंबर 2014 में पहली बार महिला व बाल विकास मंत्री बनाया गया था.
नई दिल्ली/भोपाल:

नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. नेहरू के बाद ऐसा करने वाले मोदी दूसरे पीएम बन गए हैं. पीएम मोदी के साथ कुल 71 सांसदों ने भी कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री और स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली. मोदी सरकार 3.0 में मध्य प्रदेश कोटे से डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक (Who is Virendra Kumar Khatik) समेत कुल 5 मंत्री कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. इनमें पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सावित्री ठाकुर और दुर्गा दास के नाम भी शामिल हैं. 8 बार के सांसद वीरेंद्र कुमार ने टीकमगढ़ (सुरक्षित) सीट से लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है, जिसे 2008 के परिसीमन प्रक्रिया में बनाया गया था. इससे पहले उन्होंने सागर लोकसभा सीट का 4 बार प्रतिनिधित्व किया. राजनीति में कदम रखने से पहले वो सागर में साइकिल पंचर रिपेयर की दुकान पर अपने पिता के साथ काम किया करते थे.

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खटीक ने इस बार टीकमगढ़ से कांग्रेस के खुमान उर्फ पंकज अहिरवार को 4 लाख वोटों से मात दी है. नरेंद्र मोदी की पिछली सरकार में वह केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री थे. आइए जानते हैं कौन हैं वीरेंद्र कुमार खटीक? कैसे शुरू हुआ उनका राजनीतिक करियर:-

वीरेंद्र कुमार खटीक का जन्म 27 फरवरी 1954 को मध्य प्रदेश के सागर में एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था. कड़ी मेहनत से उन्होंने सागर यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की. उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है. शुरुआती दिनों में वो सागर में अपने पिता के साथ साइकिल-स्कूटर पंचर ठीक करने का काम करते थे. उनके पास एक पुराना स्कूटर हुआ करता था, जिसपर वो अपने निर्वाचन क्षेत्र में घूमते थे. खटीक ने अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रैजुएशन किया है. इसके बाद उन्होंने सागर में डॉ. हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी से बाल श्रम में पीएचडी की. 

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जेपी आंदोलन में रहे शामिल
वीरेंद्र कुमार खटीक बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे. वह 1975 में जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति आंदोलन में शामिल रहे. 1982 से 1984 तक वे बीजेपी युवा मोर्चा के महामंत्री रहे. 1987 में उन्होंने बजरंग दल का जिला मंत्री का पद संभाला. साल 1995 में उन्हें बीजेपी की अनुसूचित जाति मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया.

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2014 में बने महिला और बाल विकास मंत्री
खटीक को सितंबर 2014 में पहली बार महिला व बाल विकास मंत्री बनाया गया था. वह मोदी कैबिनेट में 7 जुलाई 2021 को कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे. 17 जून से 19 जून 2019 तक वह प्रोटेम स्पीकर रह चुके है. वीरेंद्र कुमार (70) अपनी साधारण पृष्ठभूमि को नहीं भूलने के लिए जाने जाते हैं. उन्हें अक्सर स्कूटर चलाते और टायर पंचर ठीक करने वालों से बात करते देखा जा सकता है.  आपातकाल के दौरान उन्हें 16 महीने तक सागर और जबलपुर जेल में रहना पड़ा. 

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मध्य प्रदेश के लोगों को उम्मीद है कि केंद्र सरकार में मंत्री बन जाने के बाद डॉक्टर वीरेंद्र कुमार जिले में बड़े उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए प्रयास करेंगे. इससे गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया हो सकेगा. मजदूर वर्ग के लोगों को रोजगार के लिए पलायन नही करना पड़ेगा.

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कैसा रहा लोकसभा चुनावव 2024 का रिजल्ट?
लोकसभा चुनाव के 2024 में बीजेपी ने इस बार उम्‍मीद से बेहद कम सिर्फ 240 सीटों पर जीत दर्ज की है. बीजेपी बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम है. जबकि एनडीए को 293 सीटें मिली हैं. विपक्षी दलों के INDIA अलायंस को 234 सीटें मिली हैं. ऐसे में माना जा रहा था कि बीजेपी सहयोगियों को ज्‍यादा मंत्री दिए जाएंगे. लेकिन कुल 71 मंत्रियों में से 60 मंत्री पद बीजेपी ने अपने पास रखे हैं. इनमें 25 कैबिनेट मंत्री, 3 राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) और 32 राज्‍य मंत्री शामिल हैं. बीजेपी के मौजूदा लोकसभा सांसदों की संख्‍या मिले इन मंत्री पदों का प्रतिशत 25 है.

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