कर्नाटक का प्रसिद्ध नंदिनी दूध ब्रांड गुरुवार से दिल्ली में बिकेगा. कर्नाटक मिल्क फेडरेशन की उत्तरी भारत में ये इंट्री मानी जा रही है. इससे नंदिनी मिल्क प्रॉडक्ट का अमूल और मदर डेयरी से कड़ा मुक़ाबला होने की संभावना है. एक वक्त कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस के बीच खूब दूध को लेकर राजनीतिक घमासान मचा था लेकिन अब नंदिनी दूध और घी की दिल्ली में इंट्री हो रही है.
दिल्ली में गुरुवार को नंदिनी मिल्क प्रॉडक्ट की बड़े धूम धड़ाके के साथ लॉंचिग होने जा रही है. इसको खुद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरम्मैय्या और डीके शिवकुमार दिल्ली में लॉन्च करेंगे. इसमें केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और राजीव रंजन सिंह भी मौजूद रहेंगे. इसके अलावा कर्नाटक कैबिनेट के भी तमाम नेता मौजूद रहेंगे.
नंदिनी दूध बनाम अमूल
नंदिनी मिल्क प्रॉडक्ट के ज़रिए कर्नाटक मिल्क फेडरेशन और मध्य डिस्ट्रिक्ट कोआपरेटिव फेडरेशन संयुक्त तौर पर उत्तर भारत के बाज़ार में प्रवेश कर रही है. नंदिनी दूध की ताकतवर उपस्थिति मुंबई से लेकर केरल तक में है. जानकार मानते हैं कि दिल्ली में पहले से मौजूद गुजरात कोआपरेटिव फेडरेशन के अमूल,मदर डेयरी जैसे ब्रांड के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा होने की संभावना है.
अमूल बनाम नंदिनी को लेकर राजनीति
कर्नाटक में नंदिनी दूध के जिस मुद्दे पर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को घेरा था और अमूल ब्रांड के प्रदेश में लाने से स्थानीय नंदिनी डेयरी ब्रांड को खत्म करने की साजिश का आरोप लगाया था, बीजेपी अब उसी मुद्दे पर कांग्रेस पर हमलावार है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने कांग्रेस पर हिंदू मान्यताओं और भक्ति के प्रति उदासीनता के कारण तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को नंदिनी घी की आपूर्ति रोकने का आरोप लगाया है. टीटीडी विश्व प्रसिद्ध तिरूपति लड्डू बनाने के लिए घी का टेंडर जारी करता है, जो भक्तों को प्रसाद के रूप में दिया जाता है.