भारतीय अर्थशास्त्री (Indian Economist Amartya Sen) और नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) विजेता अमर्त्य सेन (Amartya Sen) के निधन की गलत फर्जी निकली है. अमर्त्य सेन की बेटी नंदनादेव सेन ने कहा कि वे बिल्कुल ठीक और सेहतमंद हैं. नंदनादेव सेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर कहा- "ये फर्जी खबर है. हमने कैंब्रिज में अपने परिवार के साथ बेहतरीन हफ्ता बिताया. कल रात जब हमने उनसे विदा लिया, तो हमेशा की तरह उन्होंने हमें गले लगाया. वे हार्वर्ड में हर हफ्ते 2 कोर्स पढ़ा रहे हैं. अपनी जेंडर बुक पर काम कर रहे हैं. पापा हमेशा की तरह बिजी हैं!"
दरअसल, नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकी प्रोफेसर क्लाउडिया गोल्डिन ने मंगलवार शाम 4:44 बजे अमर्त्य सेन के निधन को लेकर ट्वीट किया था. उन्होंने कहा था- "मेरे सबसे प्रिय प्रोफेसर अमर्त्य सेन का निधन हो गया." इसके करीब एक घंटे बाद नंदनादेव सेन ने ट्वीट करके उनके हेल्थ की जानकारी दी.
अमर्त्य सेन को 1998 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया था. उन्हें अर्थशास्त्र में वेलफेयर इकोनॉमिक्स और सोशल चॉइस थ्योरी में उनके योगदान के लिए नोबेल पुरुस्कार दिया गया था. 1999 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया.