Nagpur violence: औरंगजेब कब्र विवाद में नागपुर में भड़की हिंसा के बाद अब पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है. महाराष्ट्र पुलिस ने नागपुर हिंसा मामले में अभी तक 6 FIR दर्ज की है. जिसमें 1250 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया गया है. इस मामले में अभी तक 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नागपुर पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंघल ने बताया, "इस मामले में अभी तक 6 एफआईआर दर्ज हुई है, जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उनको ट्रैक किया जा रहा है, सीसीटीवी भी खंगाला जा रहा है. सभी को ट्रैक किया जा रहा है, किसका क्या रोल रहा? यह सब जांच की जा रही है."
लोगों को भड़काने वाला फहीम खान पुलिस कस्टडी में
नागपुर हिंसा मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उसमें एक फहीम खान भी शामिल है. फहीम पर आरोप है की उसने शुरुआत में पुलिस स्टेशन में पहुंचकर बजरंग दल के खिलाफ शिकायत की और लोगों को भड़काया. फहीम माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़ा है. गिरफ्तार होने के बाद फहीम को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है.
सोमवार रात नागपुर में भड़की थी भारी तबाही
मालूम हो कि सोमवार को छत्रपति शिवाजी की जयंती के दिन नागपुर के महल इलाके में औरंगजेब का पुतला जलाने के बाद हिंसा भड़की. तब कई इलाकों में लोगों की भारी झुंड ने तबाही मचा दी. इस दौरान पुलिस कर्मियों सहित कई लोगों को चोट आई. भारी पथराव हुआ, कई गाड़ियां तोड़ी गई, कई वाहनों को जलाया गया. जिसके बाद अब पुलिस ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है.
हिंसा भड़काने में किसका क्या रोल रहा, जांच जारी
मामले की जांच में जुटे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा भड़काने में किसका क्या रोल रहा. लोगों को उकसाने वाले कौन थे, इसकी जांच की जा रही है. हम लोग जांच कर रहे हैं कि इस मामले में कोई एक व्यक्ति था या कोई ऑर्गेनाइजेशन. हम सारे एंगल पर जांच कर रहे है.
प्री-प्लान थी हिंसा? पुलिस, ATS कर रही जांच
इधर नागपुर पुलिस को कुछ सबूत ऐसे भी मिले हैं, जिससे यह पता चल रहा है मामले में इस पूरी वारदात की प्लानिंग की गई थी, मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस वारदात को प्लैनेड बता चुके हैं. पुलिस के अनुसार हिंसा यह क्षेत्र से शुरू हुआ, फिर दूसरे एरिया में हिंसा शुरू हुई. हमे लग रहा है कि हिंसा की पहले से योजना बनाई गई थी.
हिंसा फैलाने वाले कई लोग बाहर से भी आए
नागपुर हिंसा मामले में पुलिस केस में अभी जिन आरोपियों के नाम है, वो सब नागपुर के हैं. कुछ एंगल है जो हमें नज़र आया है कि कुछ लोग बाहर से आए थे, कुछ लोग नागपुर सिटी से भी आए थे. पुलिस ने बताया कि पत्थरबाज़ी में क्या पैटर्न रहा वो भी हम देख रहे है, पत्थर कहां से आए वो भी देख रहे हैं. अभी तक की जांच में यह बात सामने आई कि पत्थर अंडर कंस्ट्रक्शन साइट से लिए गए थे.
रात के अंधेरे में महिला जवानों के साथ भी बदसलूकी
सोमवार रात को नागपुर के चिटनिस पार्क से सीए रोड पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया जिसकी शिकायत की गई थी. महिला पुलिस कर्मचारी भी ड्यूटी पर थी. एफआईआर के अनुसार अंधेरे का फायदा उठाकर एक भीड़ ने महिला पुलिस कर्मचारी से छेड़छाड़ करने की कोशिश की. इस दौरान कुछ बदमाशों ने पीड़ित महिला पुलिस कर्मचारी की वर्दी खींचने की कोशिश की और उसके शरीर स्पर्श की कोशिश की.
महिला जवानों का स्टेटमेंट लेकर होगी कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि उस रात 23 जगहों हिंसा भड़की. फोर्स अलग-अलग गई थी. कुछ महिला अधिकारी को चोट लगी है. हम लोग जांच कर रहे हैं कि महिला के साथ कुछ ग़लत हुआ है, महिला जवानों का स्टेटमेंट लेकर इस मामले में भी सख्त कार्रवाई होगी.
पुलिस के साथ-साथ एटीएस की जांच भी शुरू
इधर मामले में अब महाराष्ट्र एटीएस भी पैरेलल इन्क्वारी करेगी. महाराष्ट्र एटीएस अपनी इंक्वायरी में पत्थरबाजी में कोई पैटर्न था या नहीं, क्या ये दंगा सुनियोजित था, क्या इस दंगे का आदेश कही और से आया था या फिर लोकल लोगों के ही उकसाने पर बारे में जांच करेगी. इन सब की जांच करेगी.
यह भी पढ़ें - नागपुर हिंसा का गुनहगार कौन ? पुलिस ने फहीम खान को किया गिरफ्तार, क्या खुलेंगे कई राज