- अरशद टोपी का नाम नागपुर के अंडरवर्ल्ड में चर्चा का विषय बन गया है.
- टोपी का इप्पा गैंग के डॉन की पत्नी के साथ अफेयर चल रहा था.
- एक्सीडेंट में डॉन की पत्नी की मौत, टोपी पर शक की सुई .
- नागपुर में गैंगवॉर की आशंका पर पुलिस हाई अलर्ट पर है.
गैंगस्टर की बीवी से इश्क… और वो भी डॉन की बीवी से? इप्पा गैंग के 'अरशद टोपी' ने यही गलती कर दी, और अब उसकी जान सांसत में है. नागपुर के कुख्यात अंडरवर्ल्ड में इस समय एक ही नाम गूंज रहा है- अरशद टोपी. उसे जिंदा या मुर्दा लाने का फरमान जारी हो चुका है. नागपुर में गैंगवार की आहट है. 'टोपी' जान की भीख मांगने के लिए पुलिस की शरण में जा पहुंचा है.
अरशद, उन्हीं गुर्गों में से एक है, जो पहले इप्पा गैंग का भरोसेमंद आदमी था, लेकिन फिर वह अपने ही गैंग के डॉन की पत्नी के प्यार में पड़ गया. इस 'अवैध' इश्क के गुनाह का अंजाम इतना खौफनाक होने वाला है, ये शायद अरशद ने भी नहीं सोचा था.
अफेयर, एक्सीडेंट और शक
सब कुछ उस शाम बदल गया, जब अरशद और उसकी प्रेमिका (जो डॉन की बीवी थी) बाइक पर सवार होकर किसी गुप्त मुलाकात को निकले थे. तभी अचानक उनकी बाइक को एक भारी-भरकम जेसीबी ने टक्कर मार दी. महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि अरशद को सिर्फ हल्की चोटें आईं. डॉन की बीवी की अस्पताल में मौत हो गई.
डॉन का शक- हादसा नहीं, टोपी की साजिश
डॉन को यकीन नहीं है. उसे लगता है कि यह एक्सीडेंट नहीं, बल्कि हत्या थी- और उसका शक सीधा अरशद पर है. हालांकि इस दुर्घटना को लेकर पुलिस का कहना है कि इसमें किसी तरह की साजिश के संकेत नहीं मिले हैं. कहा जा रहा है कि पुलिस की ये बात गैंग तक भी पहुंचा दी गई है, ताकि खून-खराबा न हो.
40 हथियारबंद गुर्गे टोपी की तलाश में
अब नागपुर का कुख्यात इप्पा गैंग अपने ही साथी की तलाश में निकल पड़ा है. अरशद टोपी को जिंदा या मुर्दा लाने का फरमान जारी हो चुका है. चालीस से ज्यादा हथियारबंद गैंगस्टर्स पूरे शहर में फैला दिए गए हैं. सूत्र बताते हैं कि डॉन ने इनपुट और बैकअप के लिए दूसरे गैंग्स से भी संपर्क किया है. पुलिस को इसकी पूरी खबर भी है.
जान की भीख मांगने पुलिस के पास पहुंचा टोपी
गैंग के डर से कांपता अरशद सीधे परदी इलाके के जोनल डीसीपी निकेतन कदम के ऑफिस पहुंचा और अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई. डीसीपी कदम ने उसे कोराड़ी पुलिस स्टेशन भेजा, जहां उसका बयान दर्ज किया गया. डीसीपी ने साफ किया कि दुर्घटना में कोई साजिश के संकेत नहीं मिले हैं, ये बात उन्होंने गैंग तक भी पहुंचा दी, ताकि हिंसा को रोका जा सके.
खून-खराबे की आशंका पर पुलिस अलर्ट
क्या अरशद पुलिस की सुरक्षा में जिंदा बच पाएगा या डॉन की गोलियां उस तक पहले पहुंचेगी, ये बड़ा सवाल है. पुलिस को इस बात का भरोसा नहीं कि खून-खराबा नहीं होगा. कोराड़ी, तहसील और क्राइम ब्रांच पूरी तरह अलर्ट पर हैं. नागपुर की सड़कों पर गैंगवार का खतरा मंडरा रहा है और थोड़ी लापरवाही भी शहर की फिजा बिगाड़ सकती है.