नगालैंड: आम नागरिकों की हत्या के विरोध में बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित

सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 14 आम नागरिकों के मारे जाने के विरोध में जनजातीय इकाइयों की ओर से पांच जिलों में आहूत बंद के चलते गुरुवार को नागालैंड के विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
नगालैंड में गोलीबारी की घटना का कारण ‘‘गलत पहचान’’ को बताया गया था. (फाइल फोटो)
कोहिमा:

सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 14 आम नागरिकों के मारे जाने के विरोध में जनजातीय इकाइयों की ओर से पांच जिलों में आहूत बंद के चलते गुरुवार को नगालैंड के विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा. शीर्ष जनजाति इकाई ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) के सदस्यों ने तुएनसांग, लोंगलेंग, किफिर और नोकलाक जिलों में जबकि कोन्याक यूनियन के सदस्यों ने मोन जिले में प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकारी और निजी कार्यालय तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और वाहनों का यातायात ठप रहा. गौरतलब है कि सुरक्षा बलों की गोलीबारी की कुछ घटनाओं में चार और पांच दिसंबर को मोन जिले में कुल 14 आम नागरिक मारे गए थे. गोलीबारी की पहली घटना का कारण ‘‘गलत पहचान'' को बताया गया था.

नगालैंड फायरिंग: पीड़ित परिजनों और ग्रामीणों ने मुआवजा लेने से किया इनकार, रखी ये दो बड़ी शर्तें

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा था कि सेना को मोन जिले में उग्रवादियों की गतिविधियों की सूचना मिली थी जिसके बाद ‘21 पैरा कमांडो' की इकाई ने कार्रवाई की थी. उन्होंने आम नागरिकों की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों ने आत्म रक्षा में गोलियां चलाई थीं.

जनजातीय इकाइयों ने घटना में न्याय मिलने तक प्रदर्शन तेज करने की चेतावनी भी दी है.

नगालैंड फायरिंग: SIT ने लोगों से मांगी मदद, जानकारी साझा करने का आग्रह 

कोन्याक यूनियन ने केन्द्रीय गृह मंत्री के संसद में दिए गए बयान को लेकर उनसे माफी की मांग की है जिसमें शाह ने कहा था कि सुरक्षा बलों ने आत्म रक्षा में गोलियां चलाईं थी.

Video: नगालैंड में गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ और अफस्पा कानून को लेकर प्रदर्शन

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Bihar Elections 2025: बिहार में पहले दौर का चुनाव प्रचार थमा | Breaking News | Syed Suhail
Topics mentioned in this article