प्राचीन शहर अयोध्या में आज रामलला की उनके जन्मस्थान पर भव्य राम मंदिर बनाकर उसमें प्राण प्रतिष्ठा की गई. इसको लेकर देश भर में मंत्रोच्चार और ढोल-नगाड़ों की गूंज के साथ दीप जलाकर जश्न मनाया जा रहा है. इस मौके पर भारत में इज़रायल के महावाणिज्य दूत, कोबी शोशानी ने भी मुंबई के वडाला में श्रीराम मंदिर का दौरा किया. उन्होंने कहा कि वो प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपरा का काफी सम्मान करते हैं.
ऐतिहासिक स्थल और अवसर के महत्व पर अपनी भावनाओं को साझा करते हुए, शोशानी ने बताया कि वो राम मंदिर की कहानी काफी अच्छी तरह जानते हैं.
भारतीय संस्कृति और परंपरा का सम्मान- इजरायली दूत
अपने दिल की बात बताते हुए इजरायली दूत ने कहा, "बहुत भावुक हूं. मैंने दो-तीन दिन पहले माहौल को महसूस किया. मैं राम मंदिर के आसपास की कहानी को अच्छी तरह से जानता हूं. मैंने पहले भी कई बार अयोध्या का दौरा किया है. बेहद खूबसूरत जगह है. यहां मंदिर की यात्रा भारतीय संस्कृति और परंपरा के प्रति सम्मान का मेरा विनम्र तरीका है. मैं आज अयोध्या में रहना चाहता था, लेकिन मैं मुंबई के बहुत अच्छे लोगों के बीच आकर खुश हूं.''
यह पूछे जाने पर कि क्या वो भविष्य में अयोध्या जाने पर विचार कर रहे हैं, इजरायली राजनयिक ने कहा, "मैं अयोध्या गया हूं और जल्द ही फिर से दौरा करूंगा. वहां रहना मेरा सपना है."
इससे पहले दिन में, इजरायली महावाणिज्य दूत ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट किया, "बहुत जल्द अयोध्या का दौरा करने के लिए उत्सुक हूं. आज मैंने मुंबई के वडाला में ऐतिहासिक श्रीराम मंदिर का दौरा किया."
अयोध्या में दिन की शुरुआत में जैसे ही 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह शुरू हुआ, सेना के हेलिकॉप्टरों ने मंदिर पर फूल की पंखुड़ियां बरसाईं. पीएम मोदी ने उन श्रमिकों पर भी पुष्पवर्षा की, जो भव्य राम मंदिर को आकार देने वाली निर्माण टीम का हिस्सा थे.