क्यों इतना खास है 'गंगा विलास' क्रूज? कंपनी के CEO राज सिंह ने टैरिफ को लेकर कही ये बात

MV Ganga Vilas River Cruise: एमवी गंगा विलास 62 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है. 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट हैं, जिनमें पर्यटकों के लिए एक यादगार और शानदार अनुभव प्रदान करने के लिए सभी सुविधा हैं. गंगा विलास वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ तक जाएगा.

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गंगा विलास का इंटीरियर भारत की संस्कृति और हेरिटेज को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है.
नई दिल्ली:

दुनिया के सबसे लंबा रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास (MV Ganga Vilas River Cruise) को 51 दिनों के सफर पर निकल चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 जनवरी को वाराणसी में इसे हरी झंडी दिखाकर विदा किया था. यह लग्जरी क्रूज भारत और बांग्लादेश के 27 नदी प्रणालियों में 3200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगा. एमवी गंगा विलास 62 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है. 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट हैं, जिनमें पर्यटकों के लिए एक यादगार और शानदार अनुभव प्रदान करने के लिए सभी सुविधा हैं. गंगा विलास का इंटीरियर भारत की संस्कृति और हेरिटेज को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है.

गंगा विलास को अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज (Antara Luxury River Cruises) कंपनी ने बनाया है. इस कंपनी के सीईओ और फाउंडर राज सिंह (Raj Singh) हैं. बीते दिनों गंगा रिवर क्रूज के बिहार के छपरा में फंस जाने की खबर आई थी. हालांकि, कंपनी ने इसे खारिज कर दिया.  NDTV को दिए इंटरव्यू में राज सिंह ने बताया, 'क्रूज कहीं नहीं फंसी थी. क्रूज आकार में बड़ी होती है इसे किनारे पर नहीं लाया जा सकता. इसलिए क्रूज मेन चैनल पर था. टेंडर से छोटी नावों को जाना होता है. ऐसा ही हुआ है.' 

राज सिंह राजस्थान के भरतपुर के उद्योगपति हैं. वह 15 साल से क्रूज बनाने के बिजनेस में हैं. अब तक उनकी कंपनी 9 लग्जरी क्रूज बना चुकी है. वह एक प्रसिद्ध वाइल्ड लाइफ लेखक भी हैं. राज सिंह ने बताया कि गंगा विलास दूसरे क्रूज से क्यों अलग है. 

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5 साल से हो रहा था काम
राज सिंह ने बताया, 'गंगा रिवर क्रूज के बनाने का आइडिया एकदम ही नहीं आया. इसपर 5 साल से काम हो रहा था. ये क्रूज कोलकाता में बनाया गया है. डॉ. अन्नपूर्णा गरीमाला ने इसका इंटीरियर डिजाइन किया है. क्रूज पूरी तरह से 'मेड इन इंडिया' प्रोजेक्ट पर बनी है. इसमें रंगों का अच्छा इस्तमाल हुआ है. ये पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा रंगबिरंगा है.' गंगा विलास का संचालन आईलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया करता है, जिसे मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग का समर्थन प्राप्त है.

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छोटे क्रूज में लाएंगे
उन्होंने बताया, '6-8 महीने से हम इस क्रूज को लेकर चर्चा कर रहे थे. पूरी प्लानिंग हुई. फिर इसपर काम शुरू हुआ. गंगा विलास का छोटा वर्जन भी आएगा. हमने इसे बनारस से कलकत्ता और वहां से डिब्रूगढ़ शुरू किया है. दूसरे छोटे क्रूज पहले से चल रहे हैं. जैसे नौका विलास. हमारे पास एक और क्रूज है बंगाल गंगा... इसे इस साल अक्टूबर में बनारस लाया जाएगा. ये फिलहाल सुंदरवन में चल रहा है.' 

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सुविधाओं के हिसाब से टैरिफ ज्यादा नहीं
क्रूज के रेट के बारे में राज सिंह ने बताया, ' आप आगरा, दिल्ली या जयपुर के किसी भी फाइव स्टार होटल में जाइए... वहां का जो रेट है, वही रेट इस क्रूज में ठहरने की रखी गई है. इस क्रूज में सिर्फ 18 कमरे हैं. फिर भी हमारे रेट फाइव स्टार होटल के बराबर हैं. टैरिफ के साथ खाने का चार्ज शामिल है. सुविधाओं को देखते हुए टैरिफ ज्यादा नहीं है.' 

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गंगा विलास इसलिए है खास
राज सिंह कहते हैं, 'हम इंटरनेशनल मार्केट में काम कर रहे हैं. गंगा के सामने ऐसा जहाज है, जो दुनिया से कॉम्पीट कर सके. इसमें एसटीपी प्लांट है. सब कुछ वहां ट्रीट किया जाता है. क्रूज में ऑइल सेपरेटर भी है. हमारे पास आरो प्लांट हैं. गंगा के पानी को ही साफ करके यूटीलाइज़ करते हैं. दूसरे जहाजों में भी ये सुविधा है. ये सब सरकार को पता है, क्योंकि रिवर क्रूज टूरिज्म ये ध्यान रखना होता है. इसमें प्रदूषण वाली कोई बात नहीं है.' 

भारत सरकार का आभारी
उन्होंने कहा, 'मैं भारत सरकार का बहुत आभारी हूं. सरकार और पीएम मोदी ने इस क्रूज के आइडिया पर गंभीरता से सोचा. ये वॉटरवेव के लिए अच्छा है. इससे ये साबित होता है कि हमारी वॉटर वेव में जहाज चल सकते हैं.' 

क्रूज में क्या हैं सुविधाएं?
इसमें 18 सुइट, रेस्टोरेंट, बार, स्पा, सनडेक, जिम और लाउंज है. मेन डेक पर इसके 40 सीटों वाले रेस्तरां में कॉन्टिनेंटल और इंडियन फूड के साथ बफे काउंटर हैं. ऊपरी डेक की आउटडोर सिटिंग में स्टीमर चेयर्स और कॉफी टेबल के साथ एक बार है. बाथ टब वाला बाथरूम, कन्वर्टिबल बेड्स, फ्रेंच बालकनी, LED टीवी, तिजोरी, स्मोक अलार्म्स, लाइफ वेस्ट और स्प्रिंकलर्स भी हैं.

पूरे टूर का किराया कितना होगा?
एक व्यक्ति के लिए 19 लाख रुपये है. सुइट का किराया 38 लाख का है. यह रेट स्पेस के हिसाब से घट-बढ़ सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगा विलास क्रूज को बनाने में 68 करोड़ रुपये की लागत आयी है.

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