भाजपा शासन में मुसलमान सबसे अधिक सुरक्षित और खुश : मुस्लिम राष्ट्रीय मंच

एमआरएम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, सपा और बसपा सहित विपक्षी दलों ने मुसलमानों को केवल अपना वोट बैंक माना है और सत्ता में आने के बाद, उन्होंने समुदाय के सदस्यों को गरीबी, अशिक्षा, पिछड़ापन और तीन तलाक जैसे अत्याचार दिए.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
एमआरएम ने केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकारों द्वारा लागू की गई योजनाओं का जिक्र किया
नई दिल्ली:

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की मुस्लिम शाखा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) ने पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में अल्पसंख्यक समुदाय से भाजपा को वोट देने की शुक्रवार को अपील करते हुए कहा कि भाजपा शासन में मुसलमान सबसे सुरक्षित और खुश हैं, जबकि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी उन्हें केवल वोट बैंक मानती हैं. एमआरएम ने समुदाय के कल्याण के लिए केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकारों द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया और कहा कि पार्टी देश में मुसलमानों की सबसे बड़ी शुभचिंतक है.

मुसलमानों को मुख्यधारा में लाई BJP, पहले SP, BSP, कांग्रेस ने बनाया 'राजनीतिक बंधुआ': मोहसिन रज़ा

एमआरएम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, सपा और बसपा सहित विपक्षी दलों ने मुसलमानों को केवल अपना वोट बैंक माना है और सत्ता में आने के बाद, उन्होंने समुदाय के सदस्यों को गरीबी, अशिक्षा, पिछड़ापन और तीन तलाक जैसे अत्याचार दिए.

संगठन के राष्ट्रीय संयोजक शाहिद सईद ने पीटीआई-भाषा को बताया कि एमआरएम का 'निवेदन पत्र' पर्चे के रूप में प्रकाशित हुआ है और इसे चुनाव वाले राज्यों में वितरित करने के लिए यहां एक बैठक में (इसे) जारी किया गया, जिसकी अध्यक्षता इसके (एमआरएम के) संस्थापक और मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने की. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में भाजपा के लिए वोट मांगने के लिए पर्चे को अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के बीच बांटा जाएगा.

यह जिक्र किया गया, ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार ने 2014 से अल्पसंख्यक समुदायों के कल्याण के लिए नयी रोशनी, नया सवेरा, नयी उड़ान, सीखो और कमाओ, उस्ताद और नयी मंजिल सहित 36 योजनाएं शुरू की हैं.' संगठन ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा योजना, जन धन योजना, उज्ज्वला योजना, अटल पेंशन योजना, स्टार्टअप इंडिया और मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई अन्य योजनाओं से भी लाभ हुआ है.

ये हिन्दू TRAD क्या तूफान है? नफरत की दुनिया की नई भीड़ का नाम है

इसने सवाल किया, ‘‘कांग्रेस, सपा और बसपा समेत विपक्षी दल आरएसएस एवं भाजपा के खिलाफ लंबे समय से यह कह कर दुष्प्रचार कर रहे हैं कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो मुसलमानों को देश से बाहर कर दिया जाएगा..कितने मुसलमानों को देश से निकाल दिया गया है पिछले सात वर्षों में?'

इसने कहा, ‘‘कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने मुसलमानों को केवल अपना वोट बैंक माना है. मुसलमानों को कांग्रेस और समुदाय से तथाकथित सहानुभूति रखने वालों के शासन के दौरान गरीबी, अशिक्षा, हिंदुओं के खिलाफ नफरत, पिछड़ापन और तीन तलाक जैसे इस्लाम विरोधी अत्याचार मिले.''

Advertisement

एमआरएम ने दावा किया कि 2014 के बाद से मुसलमानों के खिलाफ 'सांप्रदायिक दंगों और अत्याचारों' की घटनाओं में काफी कमी आयी है. भाजपा सरकार मुसलमानों की सबसे बड़ी शुभचिंतक है. चुनाव के दौरान कांग्रेस, सपा-बसपा के झांसे में न आएं. देश के मुसलमान भाजपा के शासन में सबसे सुरक्षित और खुश हैं और आगे भी रहेंगे. इसलिए सोच-समझकर वोट करें. जरा सी चूक परेशानी का कारण बन सकती है.

यदि पहले ही सख्त कार्रवाई होती तो बुल्ली बाई ऐप जैसा मामला सामने न आता : हसीबा अमीन

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Champai Soren EXCLUSIVE: शिबू सोरेन का साथ, Kolhan Seat पर NDTV से क्या बोले चंपई सोरेन?
Topics mentioned in this article