देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में कनेक्टिविटी की सुविधा और बेहतर करने के लिए मेट्रो का जाल बिछाया जा रहा है. मुंबई में अलग-अलग चरण में इसके निर्माण का काम चल रहा है. अगले कुछ वर्षों में मुंबई में मेट्रो का कुल 250 किलोमीटर का जाल बिछकर तैयार हो जाएगा. मेट्रो निर्माण की वजह से यहां अब प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं. खास बात ये है कि मुंबई में कनेक्टिविटी की वजह से पहले कुछ इलाके ही ऐसे ही थे जहां प्रॉपर्टी की कीमतें ज्यादा थी. लेकिन अब मेट्रो निर्माण की वजह से जिन जिन इलाकों में मेट्रो की सुविधा होने जा रही है वहां भी प्रोपॉर्टी की कीमत में अभी से ही इजाफा दिखने लगा है.
बता दें कि दहिसर से अंधेरी तक मेट्रो की नई लाइन इस साल की शुरुआत में ही शुरू हुई. साढ़े अठारह किमी की दूरी का वक्त मेट्रो ने 75% तक बचा दिया है, इसका असर प्रॉपर्टी बाज़ार पर दिख रहा है. हाल ही में किए गए नाइट फ्रैंक इंडिया के विश्लेषण के आंकड़ों के अनुसार, ज़्यादातर संपत्ति रजिस्ट्रेशन पश्चिमी उपनगर के लिए थे, जिसकी मार्च 2023 में प्रॉपर्टी बाजार में हिस्सेदारी 62% रही.
पांच करोड़ से कम की ज़्यादातर प्रॉपर्टी इन्हीं इलाक़ों में बिकीं हैं. वहीं, मध्य और पश्चिमी उपनगर के प्रॉपर्टी बाज़ार में हाल के महीनों में मांग मज़बूत हुई है. ये वो इलाके हैं जो या तो पहले से ही मेट्रो से जुड़ी हैं या फिर जल्द ही मेट्रो नेटवर्क के माध्यम से जुड़ेंगी. रियल एस्टेट के जानकारों की मानें तो मेट्रो की नई लाइन शुरू होने से आस-पास के इलाक़ों में क़रीब 25% सेल बढ़ी है.
मुंबई में प्रॉपर्टी के बढ़ती कीमत के बीच नाइट फ्रैंक इंडिया के डायरेक्टर रिसर्च विवेक राठी ने कहा कि मुंबई में 2 लाख करोड़ का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है, दो दशकों में सबसे ज़्यादा. मेट्रो लाइन 250 किमी बन रही है. बाक़ी 250किमी दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहे हैं, कोस्टल रोड, हारबर लिंक रोड. इससे डिमांड बढ़ी है. कनेक्टिविटी के कारण अब सस्ती जगहों पर भी प्राइस और डिमांड में बदलाव दिखेगा. लोग ऐसी जगहों पर भी प्रॉपर्टी लेना चाहेंगे जहां अब तक ज़्यादा डिमांड नहीं आती थी.
वहीं, आरके मुंबई रियल्टर्स के निदेशक रवि केवलरमानी ने मुंबई में प्रॉपर्टी की बढ़ती मांग को लेकर कहा कि 25% सेल बढ़ी है लोगों को मेट्रो से कुछ दूरी पर प्रॉपर्टी चाहिए. रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों की मांग बढ़ी है. कनेक्टिविटी जबरदस्त हो गई है.अब वो समय चला गया की कुछ ही हिस्सों में प्रॉपर्टी की ज़्यादा मांग थी, अब ऑप्शन ज़्यादा होंगे. ऐसे इलाके भी अब बेहतर डेवलप हो रहे हैं जहां पहले प्रॉपर्टी की डिमांड कम थी.