मुंबई के व्यवसायी शंकर मिश्रा ने नवंबर में एयर इंडिया की उड़ान में एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब कर दी थी. उसे इस मामले में पुलिस तलाश कर रही है. आज मिश्रा ने महिला के व्हाट्सऐप मैसेज का हवाला देते हुए दावा किया कि उन्होंने उसके "कथित कृत्य को माफ कर दिया." उनका शिकायत दर्ज कराने का कोई इरादा नहीं था.
आरोपी शंकर मिश्रा लापता है और उसके लिए लुकआउट नोटिस और एयरपोर्ट अलर्ट जारी किया गया है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
कथित तौर पर शंकर मिश्रा ने 26 नवंबर को शराब के नशे में प्लेन में जिप खोली थी और महिला पर पेशाब कर दी थी. उसके खिलाफ बिना किसी कार्रवाई के उसे जाने दिया गया था. एयर इंडिया ने चार जनवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. एयरलाइन ने मामला दर्ज कराने में देरी को लेकर बचाव करते हुए कहा कि उसे विश्वास था कि महिला और आरोपी ने "मामले को सुलझा लिया है."
शंकर मिश्रा ने अपने वकील ईशानी शर्मा और अक्षत बाजपेयी के जरिए एक बयान में ऐसा ही दावा किया है. उन्होंने कहा, "आरोपी और महिला के बीच व्हाट्सऐप मैसेजों से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि आरोपी ने 28 नवंबर को कपड़े और बैग साफ करवाए थे और 30 नवंबर को उनकी डिलीवरी हुई थी."
बयान में कहा गया है, "महिला की लगातार शिकायत केवल एयरलाइन द्वारा समुचित मुआवजे के संबंध में थी. इसके लिए उसने बाद में 20 दिसंबर को शिकायत की."
उन्होंने दावा किया कि आरोपी ने 28 नवंबर को पेटीएम पर दोनों पक्षों द्वारा तय किए गए पैसे का भुगतान कर दिया था, लेकिन लगभग एक महीने बाद 19 दिसंबर को महिला की बेटी ने पैसे वापस कर दिए.
उन्होंने यह भी कहा कि केबिन क्रू द्वारा जांच समिति के समक्ष दर्ज कराए गए बयानों से पता चलता है कि घटना का कोई गवाह नहीं है और "सभी बयान केवल सुनी-सुनाए साक्ष्य हैं." वकीलों ने यह भी कहा कि दोनों पक्षों के बीच हुए "समझौते" की पुष्टि केबिन क्रू द्वारा दिए गए बयानों में भी की गई है.
शंकर मिश्रा की ओर से बयान में कहा गया, "आरोपी को देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है और वह जांच प्रक्रिया में सहयोग करेगा."
पेशाब करने की घटना के बाद एयर इंडिया का चालक दल कथित तौर पर मिश्रा को महिला के पास ले गया था. महिला से कहा गया था कि मिश्रा उनसे माफी मांगना चाहता है. एयरलाइन को दी गई शिकायत में महिला ने कहा कि उसे उसका सामना करने के लिए मजबूर किया गया. उसने अपने परिवार का हवाला देते हुए छोड़ देने की भीख मांगी.
महिला ने कहा कि हालांकि उसने लैंडिंग के तुरंत बाद शंकर मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की, लेकिन चालक दल ने उससे कहा कि वह माफी मांगना चाहता है. आरोपी को "मेरी इच्छा के विरुद्ध" मेरे पास लाया गया.
महिला ने लिखा है कि, "मैं दंग रह गई जब उसने रोना शुरू कर दिया और मुझसे माफी मांगने लगा. वह मुझसे उसके खिलाफ शिकायत दर्ज न करने की भीख मांग रहा था क्योंकि वह एक पारिवारिक व्यक्ति है और नहीं चाहता था कि इस घटना से उसकी पत्नी और बच्चे प्रभावित हों. मैं पहले से ही व्याथित थी. मैं उस भयानक घटना के अपराधी के साथ नजदीक से बातचीत करने के लिए मजबूर किए जाने से और भी विचलित हो गई थी. मैंने उससे कहा कि उसकी हरकतें अक्षम्य थीं. लेकिन वह मेरे सामने याचना कर रहा था, भीख मांग रहा था. जबकि मैं खुद सदमे और आघात में थी, इस कारण मुझे उसकी गिरफ्तारी पर जोर देना या उसके खिलाफ आरोप लगाना मुश्किल लगा."
एयरलाइन ने शंकर मिश्रा को उनके जूते और ड्राईक्लीनिंग का भुगतान करने के लिए उनका फोन नंबर भी दिया, जिसे उन्होंने यह कहते हुए वापस कर दिया कि उन्हें उसके पैसे नहीं चाहिए.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक अभी तक वह चार क्रू मेंबरों से पूछताछ करके उनके बयान दर्ज कर चुकी है. दो पायलट और बाकी क्रू मेंबरों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. कुछ पैसेंजर जो घटना के वक्त प्लेन में थे, उनकी भी पहचान की गई है. उनको रिक्वेस्ट करेंगे कि वे आकर बयान दर्ज करवाएं.