दिल्ली में गणतंत्र दिवस के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था

पुलिस ने कहा कि दिन और रात की गश्त तेज कर दी गई है, जबकि सार्वजनिक घोषणा प्रणाली के माध्यम से श्रव्य और दृश्य संदेशों को बाजारों जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में दिखाया-सुनाया जा रहा है.

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(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस से पहले किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पुलिस ने नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों की रोकथाम के लिए जांच तेज़ कर दी है और सत्यापन अभियान के साथ ही गश्त बढ़ा दी है. 

अधिकारियों ने बताया कि लगभग छह हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा और समारोह में आने वालों के लिए नई दिल्ली जिले में कुल 24 हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे.

पुलिस ने बताया कि बम निरोधक दस्ता और श्वान दल बाजारों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों और अन्य अहम क्षेत्रों में जांच कर रहे हैं.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले दो-तीन महीने से होटलों, धर्मशालाओं, गेस्ट हाउस, सिनेमा हॉल, पार्किंग स्थल और बस अड्डों पर सत्यापन अभियान चलाया जा रहा था. इसके अलावा, पुलिस कर्मियों के साथ-साथ अर्धसैनिक बल के जवानों को सुरक्षा के बारे में नियमित रूप से जानकारी दी जा रही है.

पुलिस ने कहा कि दिन और रात की गश्त तेज कर दी गई है, जबकि सार्वजनिक घोषणा प्रणाली के माध्यम से श्रव्य और दृश्य संदेशों को बाजारों जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में दिखाया-सुनाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि अहम इलाकों में सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया है तथा कुछ कैमरे चेहरा पहचान करने वाली सुविधा से लैस हैं. उनके मुताबिक, पूरे शहर में पुलिस की मौजूदगी को बढ़ाया गया है तथा पैदल गश्त की जा रही है एवं नाकों पर भी जांच की जा रही है.

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उन्होंने कहा कि पुलिस होटल और लॉज की भी जांच कर रही है और साथ ही वहां के कर्मचारियों को किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करने के लिए संवेदनशील कर रही है.

पुलिस ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में लगभग 60,000 से 65,000 लोगों के आने की उम्मीद है. नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रणव तयाल ने कहा कि इस साल प्रवेश ‘पास' पर दिए गए क्यूआर कोड के आधार पर होगा. बिना वैध ‘पास' या टिकट के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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डीसीपी ने कहा कि 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और उनमें से कुछ चेहरा पहचान वाली प्रणाली से लैस हैं. पुलिस ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ड्रोन रोधी टीम को भी तैनात किया जाएगा.

उन्होंने बताया कि मध्य दिल्ली में बहुमंजिला इमारतों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं. 

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अधिकारियों ने कहा कि सभी सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) और थानेदार (एसएचओ) विभिन्न निवासी कल्याण संघों और बाजार संघों के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे हैं और उन्हें गणतंत्र दिवस के लिए सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.

उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया के जरिए भी जागरूकता फैला रही है और लोगों से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, गतिविधि या सामान के बारे में जानकारी देने के लिए कह रही है.

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पुलिस ने कहा कि किरायेदार और घरेलू सहायकों का सत्यापन भी किया जा रहा है. दिल्ली पुलिस ने 15 फरवरी तक पैरा-ग्लाइडर, पैरा-मोटर, हैंग-ग्लाइडर, यूएवी, यूएएस, माइक्रोलाइट विमान, रिमोट संचालित विमान, गर्म हवा के गुब्बारे, छोटे आकार के विमान आदि को उड़ाने पर रोक लगाई हुई है.

पुलिस ने कहा कि कई जिलों ने आतंकवाद विरोधी उपायों से संबंधित अपनी तैयारियों को देखने के लिए मॉक ड्रिल भी की है. अधिकारियों ने कहा कि इस साल, सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त नाके लगाए गए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शरारती तत्व राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश न कर सकें.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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