बिहार सरकार से मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) को हटा दिया गया है, बीजेपी से बिगड़े रिश्तों के बाद सहनी को नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया गया है. सरकार के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी को अपनी कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया है. सूत्रों ने कहा कि इसकी सिफारिश गठबंधन की सरकार में सहयोगी बीजेपी के एक ‘लिखित निवेदन' के बाद राज्यपाल को भेजी गई है. इसमें कहा गया कि विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक प्रमुख सहनी अब एनडीए का हिस्सा नहीं हैं. बीजेपी की सिफारिश पर सहनी को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था. भाजपा ने ही सहनी को विधान परिषद में भेजा था, क्योंकि वह विधानसभा का चुनाव हार गए थे.
यूपी की सियासत में इंट्री से पहले ही बिहार की वीआईपी योगी सरकार के निशाने पर आई
तीनों विधायक बीजेपी में पहले ही शामिल
उल्लेखनीय है कि वीआईपी के तीन विधायक कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हो गए थे. इसके बाद से अटकलें थीं कि मुकेश सहनी को मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता है. लेकिन उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था. सहनी ने अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू और बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी के विभाजन का उदाहरण दिया था. सहनी का बिहार विधान परिषद का कार्यकाल जुलाई में खत्म हो रहा था. बीजेपी ने ही उन्हें एक खाली सीट से निर्वाचित होने में मदद की थी लेकिन इस बार बीजेपी ने पासा पलट दिया. सहनी ने बीजेपी के इन दावों को भी खारिज कर दिया कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें इस शर्त पर एनडीए में शामिल किया गया था कि वह छह महीने के भीतर अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर देंगे. मुकेश सहनी ने उत्तर प्रदेश चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारे थे.
बिहार सरकार में पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बीजेपी के खिलाफ विधानपरिषद चुनाव में सात सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. लेकिन जेडीयू के खिलाफ नरम रुख दिखाते हुए प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की. मुकेश सहनी ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भी 53 सीटों पर प्रत्याशियों को उतारा था, जिसके बाद से ही संकेत मिलने लगा था कि जल्द ही बीजेपी उनके खिलाफ पलटवार करेगी.