मुकेश अंबानी के घर के बाहर SUV कार में जिलेटिन मिलने का मामला और पेचीदा होता जा रहा है. अब इस मामले के तार तिहाड़ जेल से जुड़ते नजर आ रहे हैं. धमकी देने वाले जिस टेलीग्राम चैनल की जानकारी जांच एजेंसी को मिली थी, जैश-उल-हिंद का वो टेलीग्राम चैनल तिहाड़ जेल में बना था. सुरक्षा एजेंसियों ने यह नंबर ट्रैक किया है और इसका तिहाड़ जेल से लिंक निकलकर सामने आया है. जानकारी मिली है कि धमकी के साथ-साथ पैसों की डिमांड भी की गई थी.
अब जांच एजेंसी तिहाड़ जेल में जाकर छानबीन कर सकती है. जांच के लिए दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम तिहाड़ जेल जा सकती है. तिहाड़ जेल के सूत्रों ने भी इस खबर की पुष्टि की है, जांच जारी है.
जांच में सामने आया है कि यह टेलीग्राम चैनल 26 फरवरी को बनाया गया था, लेकिन फिर 27 तारीख को बंद हो गया था. जिस नंबर से टेलीग्राम चैनल बनाया गया था, उसे भी ट्रैक कर लिया गया है.
जेल में बंद जिन कैदियों ने यह चैनल बनाया था और जिस जेल नंबर से यह सब किया गया, इस सबकी जानकारी स्पेशल सेल को है. स्पेशल सेल के अफसर, तिहाड़ जेल के अधिकारियों के संपर्क में हैं और जांच कर रहे हैं.
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बता दें कि 25 फरवरी को मुकेश अंबानी की 27 मंजिला इमारत एंटीलिया के पास एक कार लावारिस हालत में पाई गई थी. इस कार की तलाशी के दौरान बम रोधी दस्ते को 20 जिलेटिन की छड़ें मिली थीं, जो बेहद खतरनाक विस्फोटक माना जाता है. इस विस्फोटक सामग्री के साथ एक धमकी भरा खत भी मिला था. इसमें मुकेश अंबानी और उनकी नीता अंबानी को संबोधित करते हुए लिखा था कि इस बार इसे असंबेल नहीं किया गया है, लेकिन सावधान रहना है, अगली बार ऐसा नहीं होगा.
जांच में पता चला था कि यह कार चोरी की है और फिर अगले ही कुछ दिनों में कार के मालिक मनसुख हीरने का शव मिला. इस मामले में अब NIA तक शामिल हो चुकी है और यह मुद्दा केंद्र और महाराष्ट्र सरकार के बीच तनातनी का केंद्र बन चुका है.