मध्यप्रदेश में नशामुक्ति (Prohibition) को लेकर बड़ा ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि पूरी तरह से नशा मुक्त गाँव (Drug free village) को 2 लाख रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा. मुख्यमंत्री निवास में निर्विरोध निर्वाचन द्वारा समरस पंचायतों का गठन करने वाले प्रतिनिधियों के अभिनंदन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने ये ऐलान किया. मध्यप्रदेश में 630 सरपंच, 157 जनपद पंचायत सदस्य और एक जिला पंचायत सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.
सरकार ने ऐलान किया था कि किसी भी पंचायत में सरपंच का निर्वाचन निर्विरोध रूप से होने पर 5 लाख रूपए, सरपंच पद के लिए वर्तमान और पिछला निर्वाचन निरंतर निर्विरोध होने पर 7 लाख रूपए तथा सभी पंच और सरपंच निर्विरोध निर्वाचित होने पर 7 लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी. इसी प्रकार पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन होने पर पंचायत को 12 लाख रूपए और पंचायत में सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन निर्विरोध होने पर पंचायत को 15 लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी.
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे पर काफी मुखर हैं, कुछ दिनों पहले उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा था, ‘'मुख्यमंत्री ने पिछले दो साल के दौरान हर मुलाकात में मुझसे शराबबंदी पर बात की है, लेकिन जब बात सामने आ गई, तो उन्होंने मुझसे बातचीत करना बंद कर दिया है. शिवराज सिंह चौहान ने इसके बाद प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान चलाने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री पहले भी कहते रहे हैं कि शराबबंदी से नशे की समस्या खत्म नहीं हो सकती. इसके लिए समाज में नशे के खिलाफ जागरुकता फैलानी होगी.