मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल परिसर में दुर्व्यवहार के मामले में भारतीय जनता पार्टी ने सख्ती दिखाई है. अनुशासनहीनता करने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेताओ और कार्यकर्ताओं पर सख्त एक्शन लिया गया है. उज्जैन नगर के जिलाध्यक्ष अमय शर्मा और उज्जैन ग्रामीण के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह जलवा को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. दो अध्यक्ष समेत 18 पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार को कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए थे. प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की कड़ी नाराजगी के बाद वैभव पवार ने बड़ा फैसला लेते हुए यह कार्रवाई की है.
भाजपा युवा मोर्चा की मध्य प्रदेश इकाई की ओर से कहा गया है, 'भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रवास के दौरान महाकाल मंदिर परिसर पार्टी कार्यकर्ताओं का व्यवहार गलत था. इससे मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंची है. और पार्टी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान हुआ है.'
बता दें, बुधवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या दर्शन करने आये थे. इस दौरान उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता महाकाल परिसर पहुंच गए. राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ कुछ कार्यकर्ता भी गर्भगृह में चले गए. जो कार्यकर्ता बाहर रह गए, उन्होंने मंदिर के बैरिकेडिंग तोड़कर नंदी हॉल में घुसने की कोशिश की.
कार्यकर्ताओं को जब रोकने की कोशिश की गई तो उन्होंने सुरक्षा गार्ड और पुलिसकर्मियों से अभद्रता की और नंदी हॉल में घुस गए. ये सब तब हुआ जब 22 अगस्त तक गर्भ गृह में प्रवेश प्रतिबंध के आदेश जारी हुए थे.