प्रभावी बूथ-स्तरीय रणनीति, मजबूत संगठनात्मक रणनीति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता जैसे प्रमुख कारकों की वजह से मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में माहौल बन गया. पार्टी नेताओं ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान जनता, विशेषकर महिलाओं और युवाओं के बीच ‘मामा' के रूप में बेहद लोकप्रिय हैं, जबकि ‘‘एमपी के मन में मोदी'' अभियान ने भी राज्य में भाजपा के लिए समर्थन मजबूत करने में मदद की.
मतगणना के अनुसार, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस पर जोरदार जीत के साथ मध्यप्रदेश में सत्ता बरकरार रखने की ओर तेजी से बढ़ रही है.
एक सूत्र ने कहा, ‘‘केंद्रीय नेतृत्व द्वारा राज्य के लिए तैनात किये गये नेताओं ने पार्टी के भीतर विभिन्न समूहों को एक साथ लाने और अपने जबरदस्त संगठनात्मक कौशल से कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.''
सूत्रों ने कहा कि पार्टी आलाकमान द्वारा भेजे गए नेताओं ने 14 वरिष्ठ नेताओं को 14 जिलों में नियुक्त करने की रणनीति बनाई, जहां उन्होंने स्थानीय पदाधिकारियों के साथ-साथ नगर निगमों और पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की. उन्होंने 50 से अधिक बैठकें आयोजित कीं, जिनमें चौहान ने पार्टी कार्यकर्ताओं की शिकायतें और सुझाव सुने.
सूत्रों ने कहा कि भाजपा नेताओं के सरल और स्पष्ट व्यवहार के साथ-साथ निर्वाचन क्षेत्रों के दौरे और राज्य में वरिष्ठ नेताओं के प्रवास ने बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं के बीच आपसी विश्वास और समन्वय को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाई.
पार्टी सूत्रों ने कहा कि मध्य प्रदेश चुनावों में पार्टी की शानदार सफलता में योगदान देने वाला एक अन्य कारक शिवराज सिंह चौहान का करिश्मा था. चुनाव से पहले मुख्यमंत्री द्वारा ‘‘लाडली बहना'' योजना की घोषणा से भाजपा को महिला वोटों पर पकड़ मजबूत करने में मदद मिली और पार्टी ने कांग्रेस का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए मध्यप्रदेश में ‘‘डबल-इंजन'' सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाया.